लखीमपुर खीरी हिंसा के अहम गवाह दिलबाग सिंह पर जानलेवा हमला, पुलिस जांच के बीच गर्म हुई राजनीति
फायरिंग में दिलबाग सिंह बाल-बाल बच गए. दिलबाग सिंह ने बताया कि लखीमपुर से गोला जाते वक्त रात करीब 10 बजे अलीगंज के पास उनकी कार पर अज्ञात बदमाशों ने फायरिंग कर दी. बदमाशों ने तीन राउंड फायरिंग की. इसमें दिलबाग सिंह बाल-बाल बच गए.
Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर के तिकुनिया कांड (Lakhimpur Kheri Violence) के अहम गवाह और भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष दिलबाग सिंह (Dilbag Singh) पर मंगलवार रात जानलेवा हमला हुआ. दिलबाग सिंह की कार पर बाइक सवार दो बदमाशों ने कई राउंड फायरिंग की और भाग गए.
किसी पर शक जाहिर नहीं कियाजानकारी के मुताबिक, फायरिंग में दिलबाग सिंह बाल-बाल बच गए. दिलबाग सिंह ने बताया कि लखीमपुर से गोला जाते वक्त रात करीब 10 बजे अलीगंज के पास उनकी कार पर अज्ञात बदमाशों ने फायरिंग कर दी. बदमाशों ने तीन राउंड फायरिंग की. इसमें दिलबाग सिंह बाल-बाल बच गए. दिलबाग सिंह ने मीडिया को बताया कि उन्होंने मामले की तहरीर गोला कोतवाली में दी है. हालांकि, उन्होंने किसी पर शक जाहिर नहीं किया है. दिलबाग सिंह पर हुए हमले को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू/BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने घटना की निंदा की और हमलावरों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की. इस संबंध में समाजवादी पार्टी के आधिकारिक ट्वीटर अकाउंट से भी संदेश साझा किया गया है. कहा गया है, ‘पहले मंत्री टेनी के बेटे ने किसानों को अपनी थार से कुचल कर मार डाला, अब उसी तिकुनिया थार कांड में मुख्य गवाह दिलबाग सिंह पर जानलेवा हमला, टेनी के मंत्री रहते मामले की निष्पक्ष जांच और आरोपी मंत्री पुत्र को सजा और पीड़ित को न्याय संभव नहीं , मंत्री टेनी को बर्खास्त करे सरकार!’
वहीं दिलबाग सिंह पर हमले को लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश सरकार पर हमला किया. उन्होंने ट्वीट में लिखा कि लखीमपुर किसान नरसंहार में किसानों की न्याय की आवाज बने लोगों पर गोली चलाने वाले ये कौन लोग हैं? ये किसके सरंक्षण में काम कर रहे हैं? प्रियंका ने कहा कि क्या भाजपा सरकार बुलेटराज बनाने वाले इन लोगों पर कानून व्यवस्था का बुलडोजर चलाएगी?