हिंदू एकता महाकुंभ में समान नागरिक संहिता लागू करने की मांग, मंच पर मौजूद रहे आरएसएस सरसंघ संचालक मोहन भागवत

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघ संचालक मोहन भागवत की मौजूदगी में कहा, ‘देश में असंतुलन बढ़ रहा है. सरकार के सामने समान नागरिक संहिता को जल्द-से-जल्द लागू करने की मांग रखी जाएगी और दबाव बनाया जाएगा कि 2024 तक इस कानून को लागू किया जाए.’

By Prabhat Khabar News Desk | December 15, 2021 3:42 PM

RSS Mohan Bhagwat In Chitrakoot: चित्रकूट में हिंदू एकता महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है. इस बीच कार्यक्रम की आयोजन समिति में शामिल तुलसी पीठाधीश्वर स्वामी रामभद्राचार्य ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघ संचालक मोहन भागवत की मौजूदगी में कहा, ‘देश में असंतुलन बढ़ रहा है. सरकार के सामने समान नागरिक संहिता को जल्द-से-जल्द लागू करने की मांग रखी जाएगी और दबाव बनाया जाएगा कि 2024 तक इस कानून को लागू किया जाए.’

इस बीच हिंदू महाकुंभ में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुंचे आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने लोगों को धर्म और अधर्म को कहानी के रूप में जीने का सलीका बताया. उन्होंने मंच से ही हिंदुओं को धर्म और समाज की रक्षा करने की शपथ दिलाई. इशारों-इशारों में उन्होंने लव जेहाद के खिलाफ खड़े होने और मुकाबला करने को भी कहा. चित्रकूट में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम को लेकर संघ प्रमुख ने कहा, ‘पूरे समाज को अगर एक करना है तो अहंकार को भूलकर, स्वार्थ को छोड़कर और निर्भय होकर मजबूरी से नहीं प्रेम से अपनों के लिए काम करना होगा.

इस तीन दिवसीय हिंदू एकता महाकुंभ में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हिंदू धर्म छोड़ने वालों की घरवापसी का आह्वान किया. उन्‍होंने कहा, ‘भय ज्‍यादा दिन तक बांध नहीं सकता है. अहंकार से एकता टूटती है. हम लोगों को जोड़ने के लिए काम करेंगे.’ महाकुंभ में शामिल हो रहे लोगों को उन्‍होंने इसका संकल्‍प भी दिलाया.

उधर, कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने संकल्‍प लेते हुए आरएसएस प्रमुख के साथ कहा, ‘मैं हिंदू संस्कृति का धर्मयोद्धा मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम की संकल्प स्थली पर सर्वशक्तिमान परमेश्वर को साक्षी मानकर संकल्प लेता हूं कि मैं अपने पवित्र हिन्दू धर्म, हिंदू संस्कृति और हिन्दू समाज के संरक्षण संवर्धन और सुरक्षा के लिए आजीवन कार्य करूंगा. मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि किसी भी हिंदू भाई को हिंदू धर्म से विमुख नहीं होने दूंगा. जो भाई धर्म छोड़कर चले गए हैं उनकी भी घर वापसी के लिए कार्य करूंगा. मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि हिंदू बहनों की अस्मिता, सम्मान व शील की रक्षा के लिए सर्वस्व अर्पण करूंगा. जाति, वर्ग, भाषा, पंथ के भेद से ऊपर उठ कर हिन्दू समाज को समरस सशक्त अभेद्य बनाने के लिए पूरी शक्ति से कार्य करूंगा.’

इस महाकुंभ को तुलसी पीठाधीश्वर, पद्मविभूषण, जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य के संरक्षण में आयोजित किया जा रहा है. इस हिंदू एकता महाकुंभ के लक्ष्य बारे में बताते हुए तुलसी पीठाधीश्वर के संयोजक आचार्य रामचंद्र दास ने बताया, ‘यह आयोजन ऐसे समय में होने जा रहा है जब देश और दुनिया में हिंदू संस्कृति के खिलाफ साजिश रची जा रही है.’

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