Dev Deepawali पर पीएम मोदी के लिए तैयार हुई काशी, लेजर लाइट और लाखों दीपों से जगमगायेंगे घाट
Dev Deepawali : देव दीपावली यानी 30 नवंबर की रात को बनारस के घाट लाखों दीपकों से जगमगाते नजर आएंगे. घाटों पर दीपों की रोशनी के साथ ही श्रद्धालुओं को लाइट एवं साउंड शो का भी अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा. साढ़े छह घंटे के प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी में दो जनसभाओं को संबोधित करेंगे.
वाराणसी : देव दीपावली यानी 30 नवंबर की रात को बनारस के घाट लाखों दीपकों से जगमगाते नजर आएंगे. घाटों पर दीपों की रोशनी के साथ ही श्रद्धालुओं को लाइट एवं साउंड शो का भी अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा. साढ़े छह घंटे के प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी में दो जनसभाओं को संबोधित करेंगे.
प्रधानमंत्री कल दोपहर 2.30 बजे वाराणसी पहुंचेंगे और रात नौ बजे तक यहां रहेंगे. स्नातक और शिक्षक निर्वाचन के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काशी प्रवास के लिए चुनाव आयोग से अनुमति मांगी गयी थी. आयोग ने इस शर्त के साथ अनुमति दी है कि कार्यक्रम में प्रधानमंत्री राजनीतिक बयानबाजी नहीं करेंगे.
काशी की प्रसिद्ध देव दीपावली में शामिल होने वाले नरेंद्र मोदी पहले प्रधानमंत्री होंगे. इसको लेकर काशी के लोगों में भी जबरदस्त उत्साह है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खजूरी जनसभा में पांच हजार लोगों को शामिल होने की सहमति मिली है. प्रधानमंत्री की दोनों जनसभाओं का सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव प्रसारण किया जाएगा.
देव दीपावली पर प्रधानमंत्री के दौरे को देखते हुए काशी के घाटों को दुल्हन की तरह सजाया गया है. चेतसिंह घाट पर प्रधानमंत्री 10 मिनट तक रुक कर लेजर शो कार्यक्रम देखेंगे. पर्यटन अधिकारियों ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है. राजघाट से ही प्रधानमंत्री क्रूज पर सवार हो जाएंगे. क्रूज से ही वह रविदास घाट तक जाएंगे. पर्यटन अधिकारी कीर्तिमान श्रीवास्तव ने बताया कि प्रधानमंत्री के आगमन पर विभिन्न घाटों पर 11 लाख दीप जलाए जाएंगे.
इस दौरान एयरपोर्ट से लेकर घाट तक काशी की संस्कृति की झलक दिखेगी. जहां से प्रधानमंत्री का काफिला गुजरेगा वहां काशी की संस्कृति को ध्यान में रखकर पेंटिंग कराई जा रही है. डिवाइडरों पर आकर्षक गमले रखे जा रहे हैं. देव दीपावली पर काशी में मिनी इंडिया का अनूठा दृश्य भी दिखाई देगा.
गंगा के किनारे रेत पर कलाकारों ने ऐसी-ऐसी कलाकृतियां बनाई हैं जिन्हें देखकर हरकोई उनकी प्रशंसा कर उठेगा. उत्तरवाहिनी गंगातट से लेकर वरुणा के किनारे भी दीप मालिकाओं से रोशन होंगे. शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में भी मंदिर, घाट और नदियों के किनारों को रोशनी से सजाया गया है. दीपकों से सजी रंगोलियों की हजारों श्रृंखलाएं चौरासी गंगा घाटों पर आकर्षण का केंद्र होंगी.
Posted By : Rajneesh Anand