Bareilly News: उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 में जीत दर्ज करने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने एक बार फिर शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली. उन्होंने क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी) के पद पर चुनकर सियासत में आगाज किया था. वह बीडीसी के बाद ब्लाक प्रमुख बने.
बीजेपी ने 1996 में आंवला विधानसभा सीट से धर्मपाल सिंह को पहली बार टिकट दिया, इस चुनाव में जीत दर्ज कर वह पहली बार विधायक बने. 2002 में भी उन्होंने जीत दर्ज की. मगर, 2007 में बसपा के पंडित आरके शर्मा से चुनाव हार गए. 2012, 2017 और 2022 में चुनाव जीतकर हैट्रिक लगाई है. पिछली सरकार में कैबिनेट सिंचाई एवं बाढ़ मंत्री थे, लेकिन करीब दो साल पहले भ्रष्टाचार के आरोपों में बर्खास्त कर दिया गया. इससे काफी बदनामी हुई थी.
इस बार फिर भाजपा ने भरोसा जताकर टिकट दिया था. उन्होंने जीत दर्ज की. उन्होंने भाजपा के ही बिल्सी विधायक पंडित आरके शर्मा को चुनाव लड़ाया है. वह सपा से चुनाव लड़े थे. कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने बरेली कॉलेज और रूहेलखंड यूनिवर्सिटी से एमए, एलएलबी,बीएड, बीटीसी किया है.
पूर्व कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह पर मायावती का पुतला फूंकने का एक मुकदमा दर्ज है. एक धरने प्रदर्शन में पुतला फूंका था.इसके अलावा भी मुकदमे हैं.
Also Read: Yogi 2.0 Cabinet: योगी कैबिनेट में अनिल राजभर का दबदबा कायम, UP सरकार में मिली बड़ी जिम्मेदारी
इधर, बरेली मंडल के शाहजहांपुर जनपद के रहने वाले 48 वर्षीय जितिन प्रसाद कांग्रेस छोड़कर 9 जून 2021 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे. उनको केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भाजपा में शामिल कराया. भाजपा ने जितिन प्रसाद को यूपी से एमएलसी बनाकर योगी आदित्यनाथ की सरकार में मंत्री बनाया था. शुक्रवार को एक बार फिर योगी आदित्यनाथ की सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है.
इसके अलावा शाहजहांपुर सदर सीट से सुरेश कुमार खन्ना ने 9वीं बार जीत दर्ज की है. उनको कैबिनेट मंत्री के बजाय विधानसभा अध्यक्ष बनाने की काफी चर्चाएं थीं. मगर, शुक्रवार को उन्हें चौथी बार यूपी सरकार में मंत्री पद की शपथ दिलाई गई. वे योगी आदित्यनाथ सरकार 2.0 में दूसरी बार कैबिनेट मंत्री बने हैं. वह पिछली सरकार में भी कैबिनेट मंत्री थे.
रिपोर्ट: मुहम्मद साजिद