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Gorakhpur: मॉडल बनेगा डायट सेंटर, बढ़ेगी सुविधा, गोरखपुर के साथ वाराणसी, झांसी, मेरठ,अलीगढ़ का हुआ चयन

Gorakhpur News: गोरखपुर डायट सेंटर समेत वाराणसी, झांसी, मेरठ और अलीगढ़ का चयन हुआ है. जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डायट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित होगा. इससे प्रदेश के ये सेंटर मॉडल डायट में शुमार हो जाएंगे.

By Prabhat Khabar News Desk | December 5, 2022 12:29 PM

Gorakhpur News:  जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डायट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित होगा. अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करने के लिए गोरखपुर समेत वाराणसी, झांसी, मेरठ और अलीगढ़ डायट का चयन किया गया है. इससे प्रदेश के ये सेंटर मॉडल डायट में शुमार हो जाएंगे. वहीं स्मार्ट क्लास ,पुस्तकालय और प्रयोगशाला समेत अन्य सुविधाएं बढ़ने से परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को गुणवत्ता युक्त प्रशिक्षण मिल पाएगा. जिससे छात्र छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल पाएगी.

शिक्षकों को समय-समय पर किया जा रहा प्रशिक्षित

बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके इसलिए शिक्षकों को समय-समय पर प्रशिक्षित किया जाता है. यह प्रशिक्षण डायट पर ही आयोजित किया जाता है. बच्चों को आने वाले समय में डिजिटल और हाईटेक शिक्षा मिल सके इसके लिए शिक्षकों को डिजिटल प्रशिक्षण देने की योजना पर कार्य चल रहा है.

छात्र हाईटेक शिक्षा से जुड़ पाएंगे

इसी के तहत डायट को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जा रहा है. इस योजना के तहत डाइट पर बिजली के साथ-साथ फर्नीचर, स्टेशनरी ,फोटोकॉपी मशीन शिक्षकों के लिए अत्याधुनिक सुविधा मुहैया कराई जाएगी. सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनने के बाद शिक्षक प्रशिक्षण के दौरान सूचना और संचार प्रौद्योगिकी का प्रयोग कर सकेंगे.

शिक्षकों द्वारा सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) का प्रयोग करने से बच्चों की अधिकतम क्षमता में सुधार होगा. आधुनिक रूप से विकसित होने के बाद शिक्षण कार्य कर रहे शिक्षक, प्रधानाध्यापक तकनीकी रूप से प्रशिक्षित हो सकेंगे. जिसके बाद परिषदीय स्कूल में पढ़ रहे छात्र-छात्राएं भी हाईटेक शिक्षा से जुड़ पाएंगे.

गोरखपुर डायट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित 

वहीं प्रधानाचार्य डायट जयप्रकाश ने बताया कि गोरखपुर डायट को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित करने के लिए चयन किया गया है. इससे शिक्षकों को गुणवत्तायुक्त प्रशिक्षण मिलेगी. जिसका प्रयोग में छात्रों को बेहतर शिक्षा देने में कर सकेंगे .राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद ने इस दिशा में कार्य शुरू कर दिया है.

रिपोर्ट –कुमार प्रदीप, गोरखपुर

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