Lakhimpur Kheri Violence: भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू/BKU) के नेता दिलबाग सिंह पर हुए कथित हमले के मामले में नया खुलासा हुआ है. खबर मिल रही है कि किसान नेता ने हथियार का लाइसेंस हासिल करने के लिए हमले की योजना बनाई थी. उत्तर प्रदेश पुलिस ने जानकारी दी थी कि भाकियू नेता ने घटना के संदिग्धों की पहचान कर ली है. दिलबाग सिंह लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में अहम गवाह हैं. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है.
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, पहचाने गए संदिग्धों ने दावा किया है कि किसान नेता ने ‘लाइसेंस (हथियार) हासिल करने के लिए अपने ऊपर ऐसा हमले की योजना बनाई थी.’ पुलिस ने जानकारी दी कि किसान नेता को सुरक्षा के लिए गनमैन मुहैया कराया गया था, लेकिन हमले के दिन उन्हें छुट्टी पर भेज दिया गया था. एजेंसी से बातचीत में लखीमपुर खीरी पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने कहा, ‘उनके पास सुरक्षा के लिए प्रशासन की तरफ से दिया गया गनमैन है लेकिन गनमैन को अपने आप ही छुट्टी दी गई और उसी दिन यह गोलीबारी की घटना हुई.’ उन्होंने बताया, ‘बीती रात उन्होंने दावा किया उनके ऊपर तीन बार गोली चलाई गई थी. हमने मामले में एफआईआर दर्ज की थी. बैलिस्टिक रिपोर्ट के लिए लखनऊ से फॉरेंसिक साइंस लैब की टीम बुलाई गई है. उन्होंने संदिग्धों की पहचान की है, जो यह दावा कर रहे हैं कि नेता ने हथियार का लाइसेंस हासिल करने के लिए अपने ऊपर हमले की योजना बनाई थी.’
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