गोरखपुर पुलिस के लिए टफ टास्क बना दृष्टि का शव, पोस्टमॉर्टम के लिए राप्ती नदी में ढूंढते रहे बच्ची का शव
गोरखपुर के रामगढ़ताल थाना क्षेत्र के कजाकपुर निवासी अधिवक्ता जगदीश नारायण शुक्ला अपने बड़ी बच्ची को 19 अक्टूबर की सुबह स्कूल छोड़ने गए थे. साथ में उनकी छोटी बेटी दृष्टि भी गई थी. जगदीश नारायण शुक्ला का आरोप है कि स्कूल के प्रबंधक और कर्मचारियों ने यह कहकर उनकी छोटी बेटी को भी स्कूल में रोक लिया था.
Gorakhpur News: गोरखपुर में बीते कुछ दिन पहले अपेक्स एकेडमी में खेल मैदान में बने गड्ढे में डूबने से एक 3 साल की बच्ची के मौत के मामले में पुलिस ने तफ्तीश तेज कर दी है. इस घटना से जुड़े सभी पहलुओं की पड़ताल विवेचक कर रहे हैं. विवेचक द्वारा तफ्तीश में हॉस्पिटल के कर्मचारी ने यह बताया है कि स्कूल में ही बच्ची की मौत हो चुकी थी. इसके बाद रामगढ़ताल पुलिस ने बच्ची के पोस्टमार्टम के लिए शव को राप्ती नदी में ढूंढना शुरू कर दिया है लेकिन शव का कुछ पता नहीं चला है.
डूबने से दृष्टि की मौत हुई
गोरखपुर के रामगढ़ताल थाना क्षेत्र के कजाकपुर निवासी अधिवक्ता जगदीश नारायण शुक्ला अपने बड़ी बच्ची को 19 अक्टूबर की सुबह स्कूल छोड़ने गए थे. साथ में उनकी छोटी बेटी दृष्टि भी गई थी. जगदीश नारायण शुक्ला का आरोप है कि स्कूल के प्रबंधक और कर्मचारियों ने यह कहकर उनकी छोटी बेटी को भी स्कूल में रोक लिया था. उन्होंने वादा किया था कि वह उसकी देखभाल करेंगे. इसके बाद वह छोटी बेटी को भी स्कूल में छोड़कर घर चले आए. छोटी बेटी दृष्टि खेल मैदान में लगे झूले की तरफ चली गई जहां खेल मैदान में पानी लगा हुआ था जिसमें डूबने से दृष्टि की मौत हो गई थी.
शव राप्ती नदी में ढूंढवाती रही
बच्ची के परिवार वालों का यह आरोप लगाना है कि स्कूल प्रबंधक और कर्मचारियों की लापरवाही से उनकी बच्ची की मौत हुई है. प्रबंधक और कर्मचारी उनके घर बच्ची का शव लेकर पहुंचे और पूरे मामले को उन्होंने छिपाकर बच्ची के शव का जल प्रवाह भी करा दिया. इस मामले में गोरखपुर एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि बच्ची के पिता की तहरीर पर स्कूल प्रबंधक व कर्मचारियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले की तफ्तीश चल रही है. इस मामले में अब पुलिस के लिए बच्ची का शव खोजना इस समय टास्क बना हुआ है. पुलिस 2 दिन तक बच्ची का शव राप्ती नदी में ढूंढवाती रही लेकिन अभी उसका कुछ पता नहीं चल पाया है. अब देखना यह है कि पुलिस की तफ्तीश में निकल कर सामने क्या आ रहा है. पुलिस आगे क्या कार्रवाई करती है.
रिपोर्ट : कुमार प्रदीप