Dudhi Ghas Benefits: खांसी और अस्थमा रोग में बेहद कारगर है दूधी घास, जानिए कैसे करें सेवन
Dudhi Ghas Benefits: दूधी घास औषधीय गुणों से भरपूर एक जड़ी-बूटी है. जिसका इस्तेमाल आयुर्वेद में बीमारियों के उपचार में किया जाता है. इस घास को तोड़ने पर इसके पौधे से दूध निकलता है. इसलिए इसे दूधी घास कहा जाता है. इसके अलावा इसे दुग्धिका और शीता के नाम से भी जाना जाता है.
Dudhi Ghas Benefits: दूधी घास औषधीय गुणों से भरपूर एक जड़ी-बूटी है. जिसका इस्तेमाल आयुर्वेद में बीमारियों के उपचार में किया जाता है. इस घास को तोड़ने पर इसके पौधे से दूध निकलता है. इसलिए इसे दूधी घास कहा जाता है. इसके अलावा इसे दुग्धिका और शीता के नाम से भी जाना जाता है. इसे यूफॉर्बिया थाइमीफोलिया भी कहा जाता है.
यह घास दो तरह की होती है. एक छोटे पत्तों वाली जिसके पत्ते और फूल हल्के लाल रंग के होते हैं. वहीं दूसरी बड़े पत्तों वाली, जिसके पत्तों का रंग हल्का लाल रंग की होती है. लेकिन दोनों के गुण एक समान होते हैं. चलिए जानते हैं इसके उपयोग से होने वाले फायदे के बारे में..
अस्थमा और खांसी में फायेदमंद
दूधी घास अस्थमा रोगियों के लिए काफी फायदेमंद होता है. इसके घास का काढ़ा बनाकर पीने से अस्थमा में काफी आराम मिलता है. इसके सेवन पूरे दिन में दो बार करें. ऐसा करने से आपको अस्थमा में आराम मिलेगा. वहीं अगर आप खांसी-जुकाम की समस्या से आप परेशान हैं तो दूधी धास के चूर्ण का काढ़ा बनाकर सेवन करें. इससे आपको बहुत ही ज्यादा राहत मिलेगा.
ब्लड शुगर और पेट के लिए फायदेमंद
दूधी घास ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने में मदद करता है. इसके काढ़े का सेवन करने से डायबीटीज की परेशानी में काफी लाभ मिलता है. इसके अलावा दूधी घास का सेवन पेट की समस्या और पेचिस जैसी बीमारियों से निजात पाने के लिए किया जाता है. अगर आप इन समस्यों से जूझ रहे हैं तो एक बार दूधी घास का सेवन जरूर करें.
त्वचा के लिए फायदेमंद
दूधी घास के सेवन से कई सारी बीमारियां दूर हो सकते हैं. ऐसे में अगर आप अपने चेहरे के पिंपल से परेशान हैं तो, दूधी घास के पौधे का पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाएं. ऐसा करने से चेहरे व त्वचा से कील-मुहांसों की समस्या दूर हो जाएगी.