Kanpur News: सीएसजेएमयू में जल्द लागू होगी ई-ऑफिस प्रणाली, एक क्लिक पर पास होंगी सभी फाइलें

Kanpur News: कानपुर के छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (CSJMU) जल्द ही ई-ऑफिस प्रणाली लागू करने जा रहा है. जी हां आपने सही सुना है. ई-ऑफिस प्रणाली लिए प्रशिक्षण भी शुरू हो गया है. प्रदेश का पहला यह विश्वविद्यालय सीएसजेएमयू होगा जहां पर ई-ऑफिस प्रणाली लागू होगी.

By Prabhat Khabar News Desk | December 5, 2022 2:07 PM

Kanpur News: सरकारी संस्थानों पर आप ने अक्सर सुना और देखा होगा कि दो महीने से कोई फाइल नहीं मिल रही है और वह किस बाबू के पास है इसका भी पता नहीं है. काम तीन महीने पूरा करना था लेकिन काम कागजों में ही शुरू नहीं हो सका. ऐसी समस्याएं अक्सर सबके सामने आती लेकिन अब एक क्लिक पर ही यह समस्या खत्म हो जाएंगी. इसके लिए छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (CSJMU) जल्द ही ई-ऑफिस प्रणाली लागू करने जा रहा है. ई-ऑफिस प्रणाली लिए प्रशिक्षण भी शुरू हो गया है. प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय सीएसजेएमयू होगा जहां पर ई-ऑफिस प्रणाली लागू होगी.

कंप्यूटर पर तैयार होगी फाइल

बता दें कि भारत सरकार ने कागजों का उपयोग कम हो और काम के लोड के कारण ढेर में दबी फाइलों की समस्या खत्म करने के लिए एनआईसी की मदद से ई-ऑफिस प्रणाली विकसित की है. जिसे सभी सरकारी कार्यालयों के साथ केंद्रीय विश्वविद्यालयों में लागू किया गया है.

वहीं राजभवन के निर्देश पर राज्य विश्वविद्यालयों को भी ई-ऑफिस प्रणाली लागू करना है. इसको देखते हुए CSJMU ने तैयारी पूरी कर ली है. यहां पर अब सभी फ़ाइल को कंप्यूटर पर ही तैयार की किया जाएगा. इसके साथ ही संबंधित अधिकारियों को लॉग-इन पासवर्ड जारी कर दिया गया है.

फ़ाइल ट्रैक करना होगा बेहद आसान

विवि के मीडिया प्रभारी डॉ. विशाल शर्मा का कहना है कि ई-ऑफिस प्रणाली को लागू करने के बाद फाइलों को ट्रैक करना बेहद आसान हो जाएगा. इससे काफी दबी फाइलों की समस्या से निजात मिल जाएंगी. इस प्रणाली में सभी महाविद्यालयों को भी जोड़ने की तैयारी है.जल्द ही उनको भी जोड़ा जाएगा.

फ़ाइल समय से तैयार न होने पर आएगा अलर्ट

ई-ऑफिस प्रणाली के जानकारों का कहना है कि फाइलों को तैयार करने के लिए स्टॉफ को निर्धारित समय दिया जाएगा. वहीं अगर निर्धारित समय में फाइल तैयार होकर वापस न आई तो अलर्ट भी आएगा. इसके साथ ही समय-समय पर फाइल किस स्तर पर और किसके पास पेंडिंग है यह भी जानकारी उपलब्ध होगी.

रिपोर्ट: आयुष तिवारी

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