पृथ्वी दिवस 2020: लॉकडाउन ने किया पर्यावरण को साफ-सुथरा, गंगा-यमुना में बढ़ी आक्सीजन की मात्रा
दुनियाभर में पर्यावरण संरक्षण को समर्थन देने के लिए हर साल अर्थ डे मनाया जाता है. 22 अप्रैल का दिन तय किया गया है. इस दिन को ‘पृथ्वी दिवस’ Earth Day के रूप में मनाया जाता है. पृथ्वी दिवस 1970 के बाद से हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है. लेकिन इस साल उत्सव का चेहरा कोरोना वायरस के कारण बदल गया है.
लखनऊ. दुनियाभर में पर्यावरण संरक्षण को समर्थन देने के लिए हर साल अर्थ डे मनाया जाता है. अर्थ डे मनाने के लिये 22 अप्रैल का दिन तय किया गया है. इस दिन को ‘पृथ्वी दिवस’ Earth Day के रूप में मनाया जाता है. पृथ्वी दिवस 1970 के बाद से हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है. लेकिन इस साल उत्सव का चेहरा कोरोना वायरस के कारण बदल गया है. कोरोना वायरस को रोकने के लिये देश में लॉकडाउन लागू किया गया है, जिस कारण देश में किसी भी प्रकार के उत्सव नहीं मनाया जा रहा है. हालांकि, अभी भी earthday.org पर जाकर चर्चा और बातचीत में भाग ले सकते हैं.
यह वर्ष विशेष है क्योंकि यह ‘एक्शन क्लाइमेट एक्शन’ थीम के साथ 50 वर्षों के समारोह का प्रतीक है. जलवायु परिवर्तन पिछले कुछ समय से चिंता का एक प्रमुख कारण रहा है. पृथ्वी पर पर्यावरण को लेकर सरकार की चिंता बढ़ती जा रही थी. लेकिन इस साल लॉकडाउन में प्रकृति को काफी फायदा हुआ है. आज का दिन पृथ्वी और उन सभी मुद्दों को समर्पित है प्लेग करते है, और इसका उद्देश्य संरक्षण की आवश्यकता पर जागरूकता बढ़ाना है. इस पृथ्वी दिवस (Earth Day) की शुरुआत अमेरिका से हुई. अमेरिकी सीनेटर गेलोर्ड नेल्सन (Gaylord Nelson) ने पर्यावरण की शिक्षा के रूप में की थी. सबसे पहले इस दिन को मनाने की शुरुआत सन् 1970 में हुई. इसके बाद से ही इस दिन को लगभग 195 से अधिक देश Earth Day के रूप में मनाते हैं.
पृथ्वी दिवस पर पीएम मोदी की अपील, स्वच्छ और स्वस्थ की दिशा में काम करने का लें संकल्प
पीएम नरेंद्र मोदी पृथ्वी दिवस पर सभी का आभार व्यक्त किए है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि पृथ्वी अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर, हम सभी देखभाल और करुणा की प्रचुरता के लिए अपने ग्रह का आभार व्यक्त करते हैं. आइए हम एक स्वच्छ, स्वस्थ और अधिक समृद्ध ग्रह की दिशा में काम करने का संकल्प लें. वहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ ने ट्वीट कर पृथ्वी दिवस पर बधाई दी है. ट्वीट कर यूपी के सीएम योगी ने लिखा है कि संपूर्ण चराचर जगत का आधार, प्रकृति के ममत्व की पुण्य अभिव्यक्ति मां वसुंधरा को ‘विश्व पृथ्वी दिवस’ के अवसर पर कोटिशः नमन. उन्होंने फिर आगे लिखा है कि आइए, इस पुनीत अवसर पर धरती मां के प्रति अपने कर्तव्यों का स्मरण कर भावी पीढ़ी के लिए पर्यावरण और पारिस्थिति की तंत्र के संरक्षण का संकल्प लें.
लॉकडाउन से नदियों में प्रदूषण घटा
लॉकडाउन से नदियों में प्रदूषण काफी घटा है. जानकारों का मानना है कि उद्योगों के बंद होने के कारण प्रदूषण कम हुआ है. देश में सबसे अधिक प्रदूषित नदियों में शुमार गंगा और यमुना का पानी भी स्वच्छ हो गया है. उत्तराखंड के ऋषिकेष और हरिद्वार में गंगाजल में घुलित ऑक्सीजन की मात्रा एक प्रतिशत से अधिक बढ़ गई है. ऋषिकेश में लॉकडाउन से पूर्व 24 मार्च और लॉकडाउन के दौरान 18 अप्रैल को जो सैंपल लिए गए, उनमें बडा अंतर सामने आया है. पहले गांगा में ऑक्सीजन की मात्रा 5.20 प्रति लीटर थी, जो बढ़कर 6.50 प्रति लीटर हो गई है. उधर, हरिद्वार में गंगा में घुलित ऑक्सीजन की मात्रा पहले 4.50 प्रति लीटर थी, जो अब 5.75 प्रति लीटर पर पहुंच गई है. यह मानक से थोड़ा कम है.
दिल्ली-एनसीआर सहित पूरे देश की हवा साफ-सुथरी
देश के सबसे प्रदूषित जिलों में शामिल गाजियाबाद में भी प्रदूषण कम हो गया है. लॉकडाउन लागू होन के कारण दिल्ली-एनसीआर सहित पूरे देश की हवा सांस लेने लायक हो गई है. पर्यावरण इतना साफ हो चुका है कि जालंधर से 200 किलोमीटर दूर हिमाचल की पहाड़ियां भी साफ दिखाई देने लगी दिल्ली और गाजियाबाद की हवा लॉकडाउन के समय ज्यादातर दिनों में संतोषजक श्रेणी में बनी रही है.