Kanpur Violence: कानपुर में 3 जून को हुई हिंसा के बाद से पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी है. इस बीच हिंसा के मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी के खाते से करोड़ों के लेनदेन की बात सामने आई थी, जिसकी जांच करने के लिए ईडी शनिवार यानी 11 जून को कानपुर आ सकती है. एडिश्नल डायरेक्टर सोनिया नारंग का पत्र पुलिस कमिश्नर को मिल गया है, जिस पर उन्होंने डीसीपी ईस्ट प्रमोद कुमार को ईडी को सारे दस्तावेज उपलब्ध कराने का जिम्मा सौंपा है.
एडिश्नल डायरेक्टर के पत्र में घटना से जुड़े दस्तावेज, एफआईआर और बैंक खातों से लेनदेन का विवरण मांगा गया है. वहीं पूरे मामले में डीसीपी ईस्ट प्रमोद कुमार का कहना है कि पुलिस हयात जफर हाशमी और उसके तीनों साथियों और जौहर फैंस एसोसिएशन के बैंक खातों का विवरण और एफआईआर की कॉपी ईडी (ED) टीम को उपलब्ध कराएगी.
वहीं, ईडी की टीम कानपुर में पुलिस से दस्तावेज लेने के बाद खुद बैंक अकाउंट की जांच करेगी. अनियमितता मिलने पर ईडी भी केस दर्ज कर सकती है. कानपुर हिंसा (Kanpur Violence) की जांच कर रही टीम भी जांच के घेरे में आ गई है. विवेचना के दस्तावेज लीक हो रहे. इसको गम्भीरता से लेते हुए पुलिस कमिश्नर ने इसके बारे में पता लगाने के निर्देश दिए हैं.
दरअसल, विवेचना करने वाली टीम ने नक्शा नजरी बनाई थी. वह इस टीम के बीच से लीक हो गई. इसके अलावा जफर हयात हाशमी समेत अन्य आरोपितों की सीडीआर विवेचना करने वाली टीम को सौंपी गई थी. वह भी लीक कर दी गई. पुलिस कमिश्नर ने अधिकारियों के साथ जुमे की नमाज को लेकर बैठक की थी, इसके बारे में भी उन्हें जानकारी दी गई. डीसीपी ईस्ट प्रमोद कुमार ने माना कि विवेचना से जुड़े कुछ दस्तावेज इधर से उधर किए गए हैं, सभी दस्तावेज गोपनीय होते हैं.
रिपोर्ट- आयुष तिवारी