Eid-al-Adha: काशी की मस्जिदों-ईदगाहों में दो साल बाद लौटी रौनक, अमन की दुआ के साथ दिया भाईचारे का पैगाम

Eid-al-Adha Mubarak 2022: कोरोना महामारी के दो साल बाद वाराणसी की मस्जीदें और ईदगाह गुलजार नजर आए. ईदगाह के प्रांगण में हर्षोल्लास के साथ ईद उल अजहा की नमाज पढ़ी गई. नमाज अदा करने के बाद लोगों ने एक दूसरे के गले लग के मुबारक बाद दी.

By Prabhat Khabar News Desk | July 10, 2022 11:47 AM

Varanasi News: कोरोना काल के दो साल बाद वाराणसी की मस्जीदें और ईदगाह गुलजार नजर आए. ईदगाह के प्रांगण में हर्षोल्लास के साथ ईद उल अजहा की नमाज पढ़ी गई. कुर्बानी के पर्व पर बकरीद की मुबारकबाद की सदा गूंज उठी. नमाज अदा करने के बाद लोगों ने एक दूसरे के गले लग के मुबारक बाद दी. नमाज अदा करने के बाद शहर से लेकर गांव तक कुर्बानी का सिलसिला शुरू हो गया. बकरीद पर्व पर सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किए गए हैं. शांति बहाल रहे इसके मद्देनजर पीस कमेटी से संपर्क साधा गया है. इसके साथ ही मस्जिदों में वाराणसी पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने दौरा कर व्यवस्था का जायजा लिया.

मुफ्ती ए शहर बनारस अब्दुल बातिन नोमानी ने सभी को बकरीद की मुबारक दी और कहा कि कुर्बानी का पर्व शांति से मनाए. कुर्बानी के बाद साफ सफाई को लेकर गंभीरता बरतें कुर्बानी का फोटो सोशल मीडिया पर कतई शेयर न करें. नगर निगम ने साफ सफाई के पुख्ता इंतजाम किए हैं. मुस्लिम बहुल इलाकों में डस्टबिन और कॉम्पेक्टर रखवाए गए हैं. बकरीद पर सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस के जवानों की सुबह पांच बजे से तैनाती की गई है. क्यूआरटी भी सक्रिय रही. मिश्रित आबादी वाले संवेदनशील इलाकों की ड्रोन कैमरा से निगरानी की जा रही है.

इसके साथ ही अधिकारी लगातार सुरक्षा पर नजर बनाए हुए हैं. एलआईयू को अलर्ट रह कर माहौल पर नजर बनाए रखने को कहा गया है, और सोशल मीडिया पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किए गए हैं, और सभी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई.

काशी में सुबह 6 से 10.30 बजे तक नमाज

काशी में सुबह छह बजे से 10.30 बजे तक विभिन्न मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज अदा की गई. इनमें जामा मस्जिद बर्नापुर 7 बजे, मस्जिद ज्ञानवापी 7.30 बजे, जामा मस्जिद नदेसर 7.15 बजे, मस्जिद आलमगीरी धरहरा 8 बजे, मस्जिद नवाब टोंक गिलटबाजार 8.30 बजे, मस्जिद लंगड़े हाफिज नई सड़क 10.30 बजे के अलावा शिया मस्जिदों में दरगाह फातमान लल्लापुरा में 10 बजे, सदर इमामबाड़ा में 10.30 बजे नमाज अदा की गई.

ईद-उल-अजहा (बकरीद) की नमाज सुबह-सुबह इसलिए होती है कि लोगों को वापस घर आकर कुर्बानी करनी होती है. जबकि ईद-उल-फित्र की नमाज सुबह होती है. अल-हनीफ एजुकेशनल सोसायटी के निदेशक हाजी वसीम अहमद ने लोगों से अपील की है कि कुर्बानी करने वाले सभी लोग दूसरों के धार्मिक भावना का ख्याल रखते हुए कोई ऐसा काम न करें जिससे किसी की धार्मिक भावना आहत हो. किसी भी हाल में खुले स्थान या प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी न करें.

पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि, काशी कमिश्नरेट में अब तक जितने भी पर्व और त्यौहार संपन्न हुए हैं, वह सभी बहुत ही सकुशल और एक आदर्श वातावरण में संपन्न हुए हैं. आज हमारे मुस्लिम समाज के लोगों का एक प्रमुख त्यौहार है. शहर के प्रमुख माजिस्दों में ईदगाहो में नमाज सकुशल अदा की जा रही है. पुलिस ने काफी अच्छे सुरक्षा के इंतजाम किए हैं. उन्होंने बताया कि, हमने कई चक्र धर्मगुरुओं के साथ बैठक की और उनका सहयोग हमें लगातार मिल रहा है. नमाज सभी जगहों पर शांति से अदा की जा चुकी है.

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रिपोर्ट- विपिन सिंह

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