बलिया. पूरी दुनिया में इस समय कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है, हर दिन लगातार कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. वहीं, उत्तर प्रदेश में भी लगातार संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. शुक्रवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 8 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. पूरे उत्तर प्रदेश में इस समय कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 822 हो गई है. वहीं उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना वायरस को रोकने के लिये देश में लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. लॉकडाउन तीन मई तक बढ़ा दी गयी है. बता दें कि आगरा के पारस अस्पताल के संचालक और प्रबंधक के खिलाफ शुक्रवार को मामला दर्ज किया गया है. इस अस्पताल के संपर्क में आने से करीब 25 लोगों में कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है.
अस्पताल प्रबंधन पर सही सूचनाएं नहीं देने का आरोप भी लगाया गया है. वहीं, केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण पर नियंत्रण करने के लिए लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ाने के साथ जिलों में संक्रमण की स्थिति पर इनको तीन जोन में बांटा गया है. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के भी 75 जिलों का बंटवारा किया गया है. उत्तर प्रदेश में आगरा, गौतमबुद्ध नगर व राजधानी लखनऊ सहित नौ जिलों को रेड जोन में शामिल किया गया है. साथ ही जिन जिलों में कम पॉजिटिव केस हैं, उनको ऑरेंज जोन में शामिल किया गया है.
उत्तर प्रदेश के 31 जिलों को ऑरेंज जोन में रखा गया है. प्रदेश के 36 जिलों को ग्रीन जोन में रखा गया है. इन सभी जिलों की समय-समय पर मॉनिटिरिंग की जायेगी और बढ़ते-घटते केस पर इनको को ऊपर व नीचे के जोन में शामिल किया जायेगा. केंद्र सरकार ने उन जिलों की सूची जारी की है, जिन्हें बड़े पैमाने पर कोरोना के प्रसार के चलते हॉटस्पॉट जिला घोषित किया गया है. सरकार ने एक निश्चित समय सीमा के भीतर कोरोना के मामलों के घटने की सूरत में इन स्थितियों में बदलाव का प्रारूप भी तैयार किया है.
रेड जोन में नौ जिले शामिल
रेड जोनवाले हिस्सों में कोई गतिविधि नहीं होगी. ऐसे इलाकों में लोगों को लॉकडाउन का सख्ती से पालन करना होगा, यानी बहुत जरूरी काम से ही घर से निकलने की छूट रहेगी. इनमें आगरा, गौतमबुद्ध नगर, मेरठ, लखनऊ, गाजियाबाद, सहारनपुर, शामली, फिरोजाबाद और मुरादाबाद को रखा गया है.
ऑरेंज जोन में 27 जिले
ऑरेंज जोन में उन जगहों को रखा गया है, जहां पॉजिटिव केस आये थे, लेकिन पिछले कुछ दिनों में कोई नया मामला सामने नहीं आया है. नये मामले जहां सामने आने बंद हो गये हैं, उन्हें ऑरेंज जोन में रखा गया है. ऐसे इलाकों में फसल की कटाई समेत कुछ गतिविधियों की छूट रहेगी. मजदूर उसी इलाके के ही काम पर लगाये जा सकेंगे. बाहर के इलाकों से मजदूरों के आने पर पाबंदी रहेगी. इनमें बुलंदशहर, सीतापुर, बस्ती, बागपत, कानपुर शहर, वाराणसी, अमरोहा, बरेली, गाजीपुर, आजमगढ़, हाथरस, मुज्जफरनगर, जौनपुर, लखीमपुर खीरी, औरैया, बांदा, बदायूं, हरदोई, कौशांबी, मथुरा, मिर्जापुर, रायबरेली, पीलीभीत, बाराबंकी, बिजनौर, प्रयागराज व इटावा शामिल हैं. इस सूची में जिन जिलों के नाम नहीं हैं, वह सभी ग्रीन जोन में शामिल हैं. इसमें उत्तर प्रदेश के 31 जिले हैं.