यूपी से राज्यसभा की 11 सीट पर निर्विरोध हुआ चुनाव, बीजेपी के 8 और सपा के 3 सांसदों को मिला सर्टिफिकेट
नामांकन पत्रों की जांच के बाद निर्दलीय मौनी फलहारी बापू का पर्चा प्रस्तावक नहीं होने के कारण निरस्त कर दिया गया था. इस वजह से 11 सीटों के लिए उतने ही उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे. ऐसे में सभी को निर्विरोध चुन लिया गया है. इनमें से 8 भाजपा के और 3 सपा के उम्मीदवार हैं.
Lucknow News: उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की रिक्त 11 सीटों के लिए मतदान की जरूरत नहीं पड़ी. सभी 11 सीटों पर निर्विरोध निर्वाचन हो गया. निर्वाचन आयोग के मुताबिक, मंगलवार तक 12 उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल किया था. नामांकन पत्रों की जांच के बाद निर्दलीय मौनी फलहारी बापू का पर्चा प्रस्तावक नहीं होने के कारण निरस्त कर दिया गया था. इस वजह से 11 सीटों के लिए उतने ही उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे. ऐसे में सभी को निर्विरोध चुन लिया गया है. इनमें से 8 भाजपा के और 3 सपा के उम्मीदवार हैं. सभी को सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया गया है.
कौन हैं सपा के 3 नए राज्यसभा सांसद?
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी की तीनों सीट पर दूसरों को मौका दिया था. इनमें से एक सीट राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) प्रमुख जयंत चौधरी को, दूसरी सीट निर्दलीय राज्यसभा का चुनाव लड़ने वाले पूर्व दिग्गज कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल को और तीसरी सीट पर उन्होंने पार्टी के पुराने नेता रहे जावेद अली खान को अवसर दिया है.
कौन हैं भाजपा के 8 नए राज्यसभा सांसद?
वहीं, भारतीय जनता पार्टी की ओर से नामांकन पत्र दाखिल करने वाले उम्मीदवारों में पिछड़ा वर्ग मोर्चा के अध्यक्ष डॉ के. लक्ष्मण, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी, गोरखपुर सदर सीट से पूर्व विधायक डॉ राधामोहन दास अग्रवाल, पार्टी के वरिष्ठ नेता बाबूराम निषाद, भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष दर्शना सिंह, पूर्व विधायक संगीता यादव, सपा से भाजपा में आये राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र सिंह नागर और पूर्व विधायक मिथिलेश कुमार शामिल हैं. इन सभी नेताओं को शुक्रवार को निर्विरोध चुने जाने का प्रमाण पत्र सौंप दिया गया है.