काशी विश्वनाथ धाम की हर एक्टिविटी पर पिनाक भवन से रखी जाएगी नजर, हाईटेक उपकरणों से लैस होंगे सुरक्षाकर्मी

Varanasi News: काशी विश्वनाथ धाम की हर एक्टिविटी पर पिनाक भवन से नजर रखी जाएगी. कॉरिडोर में लगभग तैयार हो चुके भवन ‘पिनाक’ से अब पूरे परिसर पर नजर रखी जा सकेगी. सुरक्षा भवन पिनाक को जल्द ही पुलिस को सौंपने के लिए मंदिर प्रशासन ने पत्र लिखा है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 21, 2022 1:51 PM
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Varanasi News: काशी विश्वनाथ का दिव्य धाम बनने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है. सबसे बड़ी जिम्मेदारी सुरक्षा को लेकर है. कॉरिडोर में लगभग तैयार हो चुके भवन ‘पिनाक’ से अब पूरे परिसर पर नजर रखी जा सकेगी. विश्वनाथ धाम बनने के बाद पूरा परिसर लगभग 50 हजार 280 वर्ग मीटर हो गया है. काशी विश्वनाथ धाम के सुरक्षा भवन का नाम पिनाक है. सुरक्षा भवन पिनाक को जल्द ही पुलिस को सौंपने के लिए मंदिर प्रशासन ने पत्र लिखा है. काशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा और निगरानी अब ‘पिनाक’ से होगी. धाम का नवनिर्मित सुरक्षा भवन के संचालन का कार्य इसी माह से शुरू हो जाएगा.

पिनाक भवन में लगेगा इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सिस्टम

इस भवन की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. धाम का संचालन शुरू होने के बाद पूरे परिसर की सुरक्षा व्यवस्था केंद्रीयकृत हो जाएगी और एक ही भवन में सीआरपीएफ, बम स्क्वायड, पुलिस और पीएसी का कंट्रोल रूम हो जाएगा. काशी विश्वनाथ धाम के सुरक्षा भवन का नाम पिनाक है. पिनाक भवन में इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सिस्टम (आईसीसीएस) लगाया गया है. जहां से धाम के सभी कैमरों से जोड़ा गया है. इसमें हर आठ घंटे की शिफ्ट में पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा.

सावन के महीने में ही शुरू हो जाएगा काम

दरअसल, धाम की सुरक्षा व्यवस्था के लिए नया सुरक्षा भवन पिनाक सावन के महीने में ही काम करना शुरू कर देगा. मंदिर प्रशासन ने पुलिस को भवन हैंड ओवर करने के लिए पत्र भी भेज दिया है. पिनाक भवन में फर्नीचर लगाने का काम चल रहा है जोकि दो दिन में पूरा हो जाएगा. धाम क्षेत्र के रेड जोन की सुरक्षा केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल के हाथ में रहेगी. इसके अलावा विश्वनाथ धाम क्षेत्र यलो जोन में और उसके बाहर का क्षेत्र ग्रीन जोन होगा. येलो जोन में तलाशी और भीड़ नियंत्रण की जिम्मेदारी पहले की ही तरह सिविल पुलिस के पास रहेगी.

काशी विश्वनाथ धाम को अत्याधुनिक फायर फाइटर उपकरणों से लैस किया गया है. मंदिर में करीब एक लाख 45 हजार लीटर का वाटर टैंक है. पूरे परिसर में 96 फायर हाइड्रेंट लगे हैं. जिसमें एक्सटर्नल 41 और इंटरनल 55 फायर हाइड्रेंट और 494 स्मोक डिटेक्टर, 46 हीट डिटेक्टर लगे हैं. इसके अलावा अलग-अलग तरह के करीब 224 फायर एक्सटिंग्विशर भी परिसर में लगे हैं.

मुख्य अग्निशमन अधिकारी अनिमेष सिंह ने बताया कि काशी विश्वनाथ धाम की ओर से एनओसी के लिए पत्र मिला है और जांच के बाद सिस्टम को शुरू कर दिया जाएगा. मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि, भवन के संचालन के लिए पुलिस विभाग को पत्र भी भेज दिया गया है. जल्द ही इसके संचालन की उम्मीद है. वहीं पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश ने कहा कि सावन से ही पिनाक भवन शुरू हो जाएगा, काम चल रहा है. आने वाले सप्ताह में इसके संचालन की योजना है.

रिपोर्ट- विपिन सिंह

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