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बरेली नगर निगम के 585 पोलिंग बूथ पर ईवीएम से मतदान, झारखंड, बिहार और तमिलनाडु से आए ईवीएम

आरक्षण फाइनल होते ही चुनाव के मतदान की तिथियों का ऐलान हो जाएगा.बरेली नगर निगम के 585 पोलिंग बूथ पर इलेक्ट्रिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से मतदान होगा जबकि बरेली की 4 नगर पालिका और 15 नगर पंचायतों में वैलेट से वोट डाले जाएंगे.

By Prabhat Khabar News Desk | November 3, 2022 7:06 PM
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Bareilly News: उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव की घोषणा 15 नवंबर तक होना तय है.मतदाता सूची के साथ ही आरक्षण को अंतिम रूप दिया जा रहा है. आरक्षण फाइनल होते ही चुनाव के मतदान की तिथियों का ऐलान हो जाएगा. बरेली नगर निगम के 585 पोलिंग बूथ पर इलेक्ट्रिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से मतदान होगा जबकि बरेली की 4 नगर पालिका और 15 नगर पंचायतों में वैलेट से वोट डाले जाएंगे.

अन्य प्रदेशों से और मंगाई जाएंगी

यह बैलेट पोस्टल स्थानीय निकाय निर्वाचन कार्यालय सरकारी प्रेस, दिल्ली से प्रकाशित कराएगा.बरेली नगर में मेयर और वार्ड पार्षदों के बिहार, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की ईवीएम से वोट पड़ेंगे.इसके लिए निर्वाचन विभाग को 4520 वैलिड यूनिट और 2100 कंट्रोल यूनिट मिल गई हैं.इनको डेलापीर मंडी स्थल के गोदाम में रखा गया है.टेक्निकल टीम वैलिड यूनिट कंट्रोल यूनिट की चेकिंग कर समस्याओं को दूर करने में जुटी है. अगर इनमें अधिक खराब होती हैं, तो अन्य प्रदेशों से और मंगाई जाएंगी.

निकायों का कार्यकाल 5 जनवरी तक

यूपी नगर निकाय चुनाव 2017 की अधिसूचना 27 अक्टूबर को लग गई थी.इस बार अभी तक नहीं लगी है.इससे चुनाव पिछली बार से देरी से होगा.हालांकि, यूपी की नगर निकाय का कार्यकाल 05 जनवरी 2023 तक है.इसलिए 15 नवंबर के बाद चुनाव का ऐलान कर दिसंबर में चार चरण में मतदान कराने की तैयारी है.20 दिसंबर के करीब मतगणना होगी.

1 जनवरी को 18 वर्ष होने वालों के नाम मतदाता सूची में

निर्वाचन विभाग ने एक जनवरी 2022 तक 18 वर्ष या अधिक आयु वाले नागरिकों के नाम निर्वाचक नामावलियों में सम्मिलित करने के निर्देश दिए हैं.संबंधित अधिकारियों से तैयारी में जुटने के निर्देश दिए हैं.

पुलिस की संवेदनशील बूथ पर निगाह

पुलिस भी शांतिपूर्ण चुनाव कराने में जुटी है. इसके लिए अतिसंवेदनशील और संवेदनशील बूथ को चिन्हित किया जा रहा है.इसके साथ ही ‘सी-प्लान’ एप से जुड़े डिजिटल वॉलेंटियर्स की संख्या बढ़ाई जा रही है. स्थानीय निकाय चुनावों को देखते हुए हर मोहल्ले से 10-10 संभ्रांत लोगों के नाम और नंबर अपडेट किए जाएंगे. यह एप कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत आमजन से सीधा संवाद स्थापित करने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में जनता की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से बनाया गया है. एप का संचालन लखनऊ स्थित पुलिस मुख्यालय से होगा. इसे डीजीपी के कंट्रोल रूम और यूपी-112 के कंट्रोल रूम से भी जोड़ा गया है. हर इलाके से जुड़े डिजिटल वॉलेंटियर्स अपने क्षेत्र की संवेदनशील गतिविधियों और स्थानीय बी स्तर पर पांव पसार रही अफवाहों के बारे में तत्काल पुलिस को सूचित करेंगे.

रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद

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