Lucknow News: भाजपा के पूर्व राज्य सभा सांसद संजय सेठ ने अवैध निर्माण के मामले पर लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) की नोटिस पर गुरुवार को अपना जवाब दिया है. इसमें उन्होंने दावा किया कि एलडीए ने उन्हे गलत नोटिस भेजा है और उसे जांच कर नोटिस भेजनी चाहिए.
संजय सेठ ने अपने जवाब में कहा है कि एलडीए ने जिस प्रोजेक्ट का विवरण उन्हें नोटिस में दिया है, उसकी भूमि और निर्मित प्रोजेक्ट उनके नाम पर नहीं है. नोटिस को सोशल मीडिया और पत्रकारों द्वारा मीडिया में विधि व सत्यता के विपरित प्रसारित और प्रकाशित कर दिया गया है.
संजय सेठ ने एलडीए से अनुरोध किया है कि भविष्य में कभी किसी मामले में किसी के विरुद्ध इस प्रकार का कदम सभी तथ्यों की जानकारी करके ही उठाया जाए ताकि इससे किसी की व्यक्तिगत प्रतिष्ठा को ठेस नहीं पहुंचे.
इससे पहले एलडीए ने संजय सेठ को अवैध निर्माण के मसले पर नोटिस जारी कर बृहस्पतिवार को तलब किया थी. यह नोटिस हजरतगंज के जॉपलिंग रोड स्थित शालीमार इमराल्ड अपार्टमेंट के सिलसिले में थी. यह नोटिस लखनऊ विकास प्राधिकरण के जोनल विहित प्राधिकारी की ओर से जारी की गई थी.
इस नोटिस में कहा गया कि 10 हजार वर्गफीट क्षेत्रफल पर खड़े शालीमार इमराल्ड का बेसमेंट और आठ तल का निर्माण किया गया है. जांच के दौरान एलडीए टीम को एलडीए का स्वीकृत मानचित्र, पूर्णता प्रमाण पत्र आदि को नहीं दिखाया गया. स्थल पर अनाधिकृत निर्माण किया गया है. इसलिए धारा-27 के तहत जारी नोटिस का जवाब बृहस्पतिवार को तलब किया गया.
इसके साथ ही शालीमार इमराल्ड से सम्बन्धित स्वीकृत मानचित्र एवं पूर्णता प्रमाण पत्र को साथ लाने की चेतावनी दी गई. नोटिस में कहा गया कि संजय स्वयं या फिर अपने किसी व्यक्ति को भी भेज सकते हैं, लिखित बयान भी दे सकते हैं. इसके बाद आज संजय सेठ की ओर अपना पक्ष रखा गया.