लखनऊ के आईटी ऑफिस में तैयार हो रही थी ‘स्पेशल-26’ की टीम, 10 लाख में अपॉइंटमेंट लेटर, महिला गिरफ्तार
मामले में एक महिला को गिरफ्तार किया गया है. वहीं विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत भी सामने आ रही है. बिना अधिकारियों के शामिल हुए इतना बड़ा फर्जीवाड़ा नहीं किया जा सकता है. हालांकि अभी किसी अफसर के नाम का खुलासा नहीं हुआ है. वहीं नौकरी के खेल की सच्चाई उजागर होने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है.
Lucknow News: राजधानी लखनऊ के इनकम टैक्स विभाग में अक्षय कुमार की चर्चित फिल्म ‘स्पेशल-26’ की तर्ज पर फर्जीवाड़ा सामने आया है. फिल्म में जिस तरह फर्जी इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों की टीम तैयार की जा रही थी, ठीक उसी तरह आयकर भवन कार्यालय में भी इंटरव्यू का खेल चल रहा था. इसे अंजाम देने वालों के हौसले इतने बुलंद थे कि उन्होंने खुलेआम आयकर मुख्यालय को ही फर्जी नौकरी देने का अड्डा बना लिया.
कैंटीन में खुलेआम हो रहे थे इंटरव्यू
ये लोग मुख्यालय की कैंटीन में ही नौकरी देने का फर्जी इंटरव्यू ले रहे थे. मामले में एक महिला को गिरफ्तार किया गया है. वहीं विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत भी सामने आ रही है. बिना अधिकारियों के शामिल हुए इतना बड़ा फर्जीवाड़ा नहीं किया जा सकता है. हालांकि अभी किसी अफसर के नाम का खुलासा नहीं हुआ है. वहीं नौकरी के खेल की सच्चाई उजागर होने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है और हर तरफ इसकी चर्चा हो रही है.
महिला के पास फर्जी नियुक्ति पत्र बरामद
आयकर विभाग के जनसंपर्क अधिकारी के मुताबिक मंगलवार को कुछ कर्मचारियों ने कैंटीन में फर्जी तरीके से इंटरव्यू होने की सूचना दी. इसके बाद अधिकारियों व कर्मचारियों की मदद से एक महिला को पकड़ा गया. पकड़ी गई महिला का नाम प्रियंका मिश्रा है. उसके पास से फर्जी नियुक्ति पत्र, आयकर विभाग की मुहर व अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं.
20 दिन से चल रहा था खेल
पूछताछ में पता चला की महिला 20 दिन से लगातार मुख्यालय परिसर में युवक-युवतियों का इंटरव्यू ले रही थी. मौके से सात युवक-युवतियों को भी पकड़ा गया, जिन्होंने बताया कि सभी को इनकम टैक्स इंस्पेक्टर पद के इंटरव्यू के बाद नियुक्ति पत्र देने के लिए बुलाया था. सभी ने इसके लिए प्रियंका मिश्रा को 10-10 लाख रुपये दिए थे.
शाहजहांपुर की रहने वाली है आरोपी महिला
पुलिस के मुताबिक, प्रियंका मिश्रा मूलरूप से शाहजहांपुर की रहने वाली है. उसने बीटेक की पढ़ाई की है और लखनऊ के त्रिवेणी नगर में रहती है. उसके पति शाहजहांपुर में ही रहते हैं. वह एक निजी महाविद्यालय से विधि की पढ़ाई कर रही है. जरूरतों को पूरा करने के लिए आउट सोर्सिंग के जरिये आयकर विभाग में काम करती है.
गिरोह इस तरह करता था फर्जीवाड़ा
पूछताछ में सामने आया है कि आयकर भवन में यह गिरोह खुद को प्रशासनिक अधिकारी बताकर लोगों को कैंटीन के पास बुलाते थे. उनका इंटरव्यू लेकर नियुक्ति पत्र भी थमा देते थे. नियुक्ति पत्र के बाद वह टोकन मनी के तौर पर तीन से पांच लाख रुपये लेते थे. एक प्रशासनिक अधिकारी के नाम पर 100 से अधिक लोगों ने नौकरी के नाम पर रुपये लिए गए. कैंटीन के पास इंटरव्यू के दौरान दो महिलाएं रहती थीं, यहां आयकर अधिकारियों के जानने वाले भी आते थे.
विभाग ने दर्ज करायी एफआईआर
मामले में आयकर विभाग ने मामले में मंगलवार रात एफआईआर दर्ज करायी है. पकड़ी गई महिला व अन्य सभी लोगों को पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है. पुलिस महिला से पूछताछ कर गिरोह में शामिल अन्य लोगों का पता कर रही है. साथ ही इस तरह फर्जी नियुक्ति पत्र जारी कर कितने लोगों को ठगा गया है, इसकी भी जानकारी जुटायी जा रही है. एसीपी हजरतगंज अरविंद वर्मा के मुताबिक जल्द ही गिरोह के अन्य सदस्य के नाम भी सामने आ जाएंगे. उनकी भी गिरफ्तारी की जाएगी.