फतेहपुर की डीएम अपूर्वा दुबे ने वायरल लेटर पर दी सफाई, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी पर लगाए लापरवाही के आरोप

फतेहपुर जिले (Fatehpur DM) की डीएम अपूर्वा दुबे ने एक पत्र जारी करते हुए कहा है कि 10 जून को उनके संज्ञान में लाया गया कि प्रभारी मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, फतेहपुर को जिलाधिकारी की गाय की देख-रेख करने के सम्बन्ध में पत्र जारी किया गया है. जो ट्विटर पर ट्वीट कर वायरल किया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 12, 2022 5:48 PM
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Fatehpur Viral News: सोशल मीड‍िया में एक सरकारी काफी वायरल हो रहा है. इसमें फतेहपुर में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी की ओर से जारी एक सरकारी आदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसके बाद सरकारी महकमे में हड़कंप मच गया. फतेहपुर जिले (Fatehpur DM) की डीएम अपूर्वा दुबे के आवास में पाली गई गाय की तबीयत खराब होने के बाद पशु चिकित्सा विभाग ने बारी बारी से 7 डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई. ड्यूटी लगाने के लिए एक सरकारी आदेश भी जारी किया गया. इसी आदेश पत्र को किसी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. हालांकि, इस मामले में अब डीएम की ओर से सफाई देते हुए इसकी जांच कराने की बात कही गई है.

वायरल पत्र को किया निरस्‍त

फतेहपुर जिले (Fatehpur DM) की डीएम अपूर्वा दुबे ने एक पत्र जारी करते हुए कहा है कि 10 जून को उनके संज्ञान में लाया गया कि प्रभारी मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, फतेहपुर को जिलाधिकारी की गाय की देख-रेख करने के सम्बन्ध में पत्र जारी किया गया है. जो ट्विटर पर ट्वीट कर वायरल किया गया है. वायरल करने के बाद पत्र संख्या 545 / गौशाला/2022-23 दिनांक 10 जून द्वारा आदेश निरस्त कर दिया गया. जो विकृत मानसिकता से कूटरचित रचना के तहत उनकी छवि धूमिल करने के उद्देश्य से जारी किया गया जबकि मेरे एक वर्ष छः माह के कार्यकाल में कभी भी डाक्टरों की तैनाती हेतु निर्देशित नहीं किया गया है. इसके साथ ही उन्‍होंने पत्र का खण्डन किया है.

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मुख्य पशु चिकित्साधिकारी कार्यों में रूचि नहीं ले रहे

डीएम ने पत्र में आगे लिखा है कि प्रायः लोगों के द्वारा शिकायत की जाती रही है कि गौशाला में गोवंश को हरा चारा भूसा, पानी और चिकित्सकीय व्यवस्था सुचारू रूप से नहीं चल रही है. जिलास्तर पर गौशालाओं की नियमित मॉनिटरिंग के लिए 2 जून से कंट्रोल रूम बनाया गया है. हर दिन गौशालाओं में डॉक्टर अपनी उपस्थिति‍ में चारा-भूसा दिलाये जाने तथा उनकी चिकित्सकीय जांच आदि हेतु निर्देश दिये गये हैं. इसके बाद भी पशु चिकित्साधिकारी गौशालाओं में बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं लेकिन मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी व प्रभारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी कार्यों में रूचि नहीं ले रहे हैं. वे संवेदनहीनता बरत रहे हैं. जो शासन की मंशा के प्रतिकूल है. इस पूरे मामले की जांच कराई जाएगी.

क्‍या लिखा गया है वायरल आदेश में…

आदेश में लिखा गया है कि डीएम महोदया की गाय की चिकित्सा करने के लिए पशु चिकित्साधिकारी की प्रतिदिन सुबह-शाम की ड्यूटी लगाई जाती है. साथ ही पशु चिकित्साधिकारी डॉ. दिनेश कुमार सनगांव इन संबंधित डॉक्टरों से समन्वय स्थापित कर प्रतिदिन सुबह-शाम गाय को देखने की सूचना मुख्य चिकित्साधिकारी को देंगे.

इनकी लगी ड्यूटी

सोमवार के दिन डॉ. मनीष अवस्थी (भिटौरा के पशु चिकित्साधिकारी), मंगलवार को डॉ. भुवनेश कुमार (पशु चिकित्साधिकारी ऐरायां), बुधवार को डॉ. अनिल कुमार (पशु चिकित्साधिकारी उकाथु), गुरुवार को अजय कुमार (पशु चिकित्साधिकारी गाजीपुर), शुक्रवार को डॉ. शिवस्वरूप (पशु चिकित्साधिकारी मलवां), शनिवार को डॉ. प्रदीप कुमार (पशु चिकित्साधिकारी असोथर).

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