गोरखपुर के चौरी-चौरा थाने में तैनात महिला सिपाही की बुखार से मौत, रैपिड टेस्ट में हुई थी डेंगू की पुष्टि

गोरखपुर में महिला सिपाही प्रियंका सिंह की डेंगू संक्रमित होने के बाद मौत हो गई. प्रियंका को तीन दिन पहले जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्होंने डेंगू की जांच निजी पैथोलॉजी में कराई थी, रैपिड टेस्ट में रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. इस बीच जिला अस्पताल से लखनऊ ले जाते समय उनकी रास्ते में मौत हो गई

By Prabhat Khabar News Desk | November 10, 2022 9:27 AM

Gorakhpur News: गोरखपुर में डेंगू कहर बढ़ता ही जा रहा है. यहां मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इस बीच चौरी-चौरा थाने में तैनात महिला सिपाही प्रियंका सिंह की डेंगू संक्रमित होने के बाद मौत की खबर सामने आई है. प्रियंका को तीन दिन पहले जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्होंने डेंगू की जांच निजी पैथोलॉजी में कराई थी, रैपिड जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. इसके बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बुधवार को हालत नाजुक होने पर उन्हें रेफर कर दिया था.

मलेरिया विभाग के अधिकारी ने सिपाही की मौत पर कही ये बात

मलेरिया विभाग के अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि, महिला सिपाही की एलाइजा जांच नहीं हुई थी. इसलिए उनमें डेंगू की पुष्टी नहीं मानी जाएगी. मृतका सिपाही प्रियंका 2011 बैच की सिपाही थीं और वह मूल रूप से जौनपुर जिले की रहने वाली थीं. उनके पति फार्मासिस्ट हैं वह अपने बच्चे पति के साथ एक किराए के मकान में रहती थीं.

गोरखपुर के एसपी ने की मौत की पुष्टि

गोरखपुर के एसपी नाथ मनोज अवस्थी ने प्रियंका की मौत की पुष्टि की है. वहीं गोरखपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि, चौरी चौरा थाने में तैनात सिपाही प्रियंका को बुखार और डेंगू के लक्षण थे. उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जांच रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि हुई थी, लेकिन उनकी हालत बुधवार को बिगड़ गई, जिसके बाद लखनऊ रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही मौत हो गई.

चौरी चौरा थाने में शौक की लहर

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि, शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. फिलहाल महिला सिपाही की मौत से चौरी चौरा थाने में शौक की लहर है. महिला सिपाही की मौत पर चौरी चौरा थाना प्रभारी जयंत कुमार सिंह और एसआई प्रदीप सिंह सहित पुलिसकर्मियों ने शोक संवेदना व्यक्त की.

रिपोर्टर- कुमार प्रदीप, गोरखपुर

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