वाराणसी में वैज्ञानिकों और रिसर्च स्कॉलर पर हमला, सारनाथ में ईंट-पत्थर और रॉड से किया गया वार, कई घायल
IIT-BHU के सिरामिक इंजीनियरिंग विभाग में फॉसिल्स फ्यूल पर चल रहे इंटरनेशनल कांफ्रेंस के दौरान देश-दुनिया के कई डेलीगेट्स और साइंटिस सारनाथ भ्रमण पर गए थे. पार्किंग के नजदीक कुछ लोगों ने लगभग 15 की संख्या में हमला कर दिया. कांफ्रेंस के संचालक डॉ. प्रीतम सिंह के साथ गए एक दर्जन मेहमान घायल हो गए.
IIT-BHU में फॉसिल फ्यूल के वैकल्पित स्रोतों की खोज पर आधारित इंटरनेशनल कांफ्रेंस के दूसरे दिन आये डेलीगेट्स पर सारनाथ में भ्रमण के दौरान ईंट-पत्थर, लोहे की रॉड और डंडे चलाये गए. इसमें आईआईटीएंस, वैज्ञानिकों और रिर्सचर्स को बुरी तरह से चोट आई हैं. पार्किंग के दौरान घटी इस घटना में हमला करने वालों में वहां आये प्राइवेट टूरिस्ट गाइड,निजी सिक्योरिटी गार्ड और स्थानीय गुंडे शामिल रहे.
बिठाने के लिए गाड़ी रोका
IIT-BHU के सिरामिक इंजीनियरिंग विभाग में फॉसिल्स फ्यूल पर चल रहे इंटरनेशनल कांफ्रेंस के दौरान देश-दुनिया के कई डेलीगेट्स और साइंटिस् सारनाथ भ्रमण पर गए थे. तभी वहां पार्किंग के नजदीक कुछ लोगो ने लगभग 15 की संख्या में हमला कर दिया. कांफ्रेंस के संचालक डॉ. प्रीतम सिंह के साथ गए एक दर्जन मेहमान घायल हो गए. वहीं डॉ. सिंह के पिता दौलत सिंह को धक्का देकर गिराया गया. इस दौरान उनकी कुहनी में गंभीर रूप से चोट आ गई. काफी देर तक खून निकलता रहा. वहीं डॉ. प्रीतम सिंह की पीठ और सिर पर पत्थर से मारा गया. फिलहाल, सारनाथ से आने के बाद सभी लोग इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर पहुंचे हैं. लोगो का कहना है कि जब पार्किंग से वाहन निकाल रहे थे, तभी एक लेडिज जिन्हें घुटना दर्द की समस्या थी. उन्हें बिठाने के लिए गाड़ी रोका.
पुलिस मूकदर्शक बनी रही
उसी दौरान गार्ड वहां पहुंचे और बहस करने लगे. इस पर एक साइंटिस्ट ने कहा कि घुटनों में दर्द है, इसलिए गाड़ी रोकी. तभी गार्डों ने इनके साथ गाली-गलौच की और मारपीट पर उतारू हो गए. यह देख कांफ्रेंस में आए साइंटिस्ट दंग रह गए. सारनाथ जैसी जगह पर इस तरह की हरकत कोई कैसे कर सकता है. वहीं मारपीट की भनक लगने के बाद भी पुलिस मूकदर्शक बनी रही. बताया गया कि शिकायत करिए उसके बाद कोई कार्रवाई करेंगे.
कांफ्रेंस ऑन बियांड फॉसिल फ्यूल
द फ्यूचर ऑफ अलटर्नेटिव टेक्नोलॉजी थीम पर कांफ्रेंस चल रही थी. इसमें आज देश भर के एक दर्जन वैज्ञानिकों के संबोधन थे. मगर सारनाथ की घटना के बाद कांफ्रेंस फीका पड़ गया. आज IIT- बांबे से प्रो. सागर मित्रा, IIT- पलक्कड़ से डॉ. दिनेश जगदीशन, अहमदाबाद यूनिवर्सिटी से डॉ. अदिति सिंहल, पांडिचेरी यूनिवर्सिटी से डॉ. सूरज कुमार सिन्हा, IIT-बांबे से प्रो. अमृत्य मुखोपाध्याय, ARCI- चेन्नई से डॉ. आर प्रकाश, IIT-मद्रास से प्रो. कोठांडरमन, IIT-इंदोर से डॉ. धीरेंद्र कुमार राय, बिट्स पिलानी से प्रो. अंशुमान डालावी का रिन्युएबल एनर्जी पर संबोधन था. वहीं बायोलॉजिक थीम पर टेक्निकल टॉक और पोस्टर प्रजेंटेशन भी होना था.
रिपोर्ट : विपिन सिंह