Aligarh: जुमे की नमाज पर व‍िवाद‍ित बयान देने पर महामंडलेश्वर डॉ पूजा शकुन पांडेय पर FIR, जानें पूरा मामला

अलीगढ़ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि अखिल भारतीय हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव व महामंडलेश्वर डॉक्टर पूजा शकुन पांडे के द्वारा दिए गए विवादित बयान पर उनके खिलाफ थाना गांधी पार्क में आईपीसी की धारा 153 ए, 153बी, 295ए, 298, 505 में FIR दर्ज की गई है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 6, 2022 4:08 PM
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Aligarh News: अखिल भारतीय हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव व महामंडलेश्वर डॉ पूजा शकुन पांडेय ने राष्ट्रपति को खून से लिखे ज्ञापन में जुमे की नमाज के दौरान इकट्ठी होने वाले भीड़ पर प्रतिबंध लगाने का बयान दिया था. इस पर उनके खिलाफ पुलिस ने अलीगढ़ में एफआईआर दर्ज की है. अलीगढ़ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि अखिल भारतीय हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव व महामंडलेश्वर डॉक्टर पूजा शकुन पांडे के द्वारा दिए गए विवादित बयान पर उनके खिलाफ थाना गांधी पार्क में आईपीसी की धारा 153 ए, 153बी, 295ए, 298, 505 में एफआईआर दर्ज की गई है. संबंधित मजिस्ट्रेट के द्वारा नोटिस दिया गया है.

रात 11 बजे मिले नोटिस में हैं ये आरोप

अपर नगर मजिस्ट्रेट प्रथम कुंवश्र बहादुर सिंह ने डॉ पूजा शकुन पांडेय को रात 11 बजे नोटिस थमाते हुए कहा कि जो बयान दिए गए उससे प्रथम दृष्टया धार्मिक उन्माद फैलाने का कुत्सित प्रयास किया गया है. ट्विटर पर उसकी वीडियो क्लिप अपलोड की गई, जिस पर कई प्रतिक्रियाएं भी आई. अलीगढ़ में धारा 144 लागू है. इसमें नियम विरुद्ध भीड़ इकट्ठा करने, बिना अनुमति के कार्यक्रम करने, किसी भी धार्मिक समुदाय की भावनाओं को भड़काने वाली बयानबाजी करने की मनाई है. इसके बावजूद भी आपत्तिजनक बयान दिया गया. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वीडियो क्लिप को वायरल भी किया गया. इससे शहर की संवेदनशीलता भंग होने और विभिन्न समुदाय के बीच विवाद होने को इनकार नहीं किया जा सकता. डॉ पूजा शकुन पांडेय पर धार्मिक उन्माद फैलाने, सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने, एक धर्म विशेष के अनुयायियों की भावनाओं को आहत करने एवं धारा 144 का उल्लंघन करने के संदर्भ में थाना गांधी पार्क में एफआईआर दर्ज कर नोटिस भेजा गया है.

महामंडलेश्वर डॉ पूजा शकुन क्‍यों आईं विवादों में?

अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय सचिव व महामंडलेश्वर डॉ पूजा शकुन पाण्डेय ने अपने खून से लिखकर राष्ट्रपति के नाम भेजे गए ज्ञापन में मांग की थी कि भारत में जुमे के दिन नमाज में इबादत के नाम पर जो भीड़ होती है, उस पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए. उन्‍होंने इसके समर्थन में ने कहा था कि जुमा देश में आतंक का पर्यायवाची बन गया है. जुमे की नमाज के दिन तनाव हुए हैं. भारत के इतिहास में अब तक हिंदुओं के जितने भी कत्लेआम हुए हैं, लगभग सभी जुमे की नमाज के बाद हुए. वहीं, एफआईआर दर्ज होने पर महामंडलेश्वर डॉ पूजा शकुन पांडे ने बयान देते हुए कहा कि मुकदमा दर्ज करना दुर्भाग्यपूर्ण है. दिए हुए ज्ञापन में सत्यापित घटनाओं का विवरण दिया गया है. सच को दिखाया गया है. मामले में पुलिस की विवेचना के दौरान सहयोग किया जाएगा.

रिपोर्ट : चमन शर्मा

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