Bareillly News: उत्तर प्रदेश के बरेली को गंगा जमुनी तहजीब के लिए जाना जाता है. सावन के तीसरे सोमवार को बरेली के मुसलमानों ने एक बार फिर सौहार्द की मिशाल पेश की. उन्होंने जगह -जगह कांवड़ियों के स्वागत को कैंप लगाएं. इन कैंप से जल लेकर आने वाले कांवड़ियों पर फूलों की बारिश की गई. इसके साथ ही पानी और फल भी बांटे गए. शहर के अलावा बहेड़ी, आंवला और फतेहगंज में भी कांवड़ियों पर फूलों की बारिश की गई.
बरेली के मुसलमानों ने एक बार फिर हिंदू- मुस्लिम भाईचारे की मिसाल पेश की है. उन्होंने शहर के शहादाना, किला आदि जगहों पर कैंप लगाकर कांवरियों को पानी और जूस पिलाया. इसके साथ ही गले मिलकर फूल मालाओं से स्वागत किया. बरेली के मुसलमानों ने कावड़ियों के निकलने के दौरान पुलिस के साथ ट्रैफिक व्यवस्था भी संभाल रखी थी. इससे राहगीरों को कोई दिक्कत न हो. शहर के व्यापारी मोहम्मद इलियास ने मुस्लिम व्यापारियों के साथ शाहदाना पर स्वागत कर जूस पिलाया.
इससे पहले दूसरे सोमवार को बहेड़ी के मुसलमानों ने हिंदू-मुस्लिम एकता का बड़ा पैगाम दिया था. यहां के मुसलमानों ने बड़ा दिल करते हुए सावन के दूसरे सोमवार को कांवड़ियों के जत्थों पर जगह-जगह फूलों की बारिश की थी. इसके साथ ही अमन का पैगाम दिया. शहर के इज्जत नगर थानाक्षेत्र के शिकारपुर चौधरी गांव निवासी इसराइल खां और रशीद खां ने कांवड़ियों के निकलने को अपनी बेशकीमती जमीन से रास्ता देकर सौहार्द की मिशाल पेश की थी.