लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कभी अखिलेश सरकार के मंत्री रहे गायत्री प्रजापति की मुश्किलें और बढ़ती नजर आ रही है. प्रजापति की कंपनी के पूर्व डायरेक्टर ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में सरकारी गवाह बनने के लिए ईडी को पत्र लिखा है. अभी यूपी में योगी सरकार द्वारा बेनामी सम्पत्तियों को सीज करने का अभियान चला हुआ है.इस दौरान अब गायत्री प्रजापति की बेनामी सम्पत्ति का मामला सामने आने पर अगला निशाना सपा नेता की सम्पत्ति को भी देखा जा रहा है.
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार , गायत्री की कंपनी में डायरेक्टर रहे ब्रज भवन दुबे ने ईडी के दिल्ली कार्यालय को एक पत्र लिखा है.जिसमें उसने दावा किया है कि उसके पास गायत्री की हर बेनामी सम्पत्ति का ब्यौरा है और वो इस मामले में सरकारी गवाह बनने को तैयार है.
हाल में ही ब्रज भवन दुबे ने एक एफआईआर दर्ज कराया है जिसमे उसने आरोप लगाया है कि गायत्री,उसके बेटे अनिल और उनके आदमियों ने दुबे के 2.5 करोड़ की जमीन को जबरन चित्रकूट रेप पीड़िता के नाम करा दिया.उसने आरोप लगाया कि उसके हस्ताक्षर जबरन कागजों पर लिए गए.
दुबे ने कहा कि उसके पास प्रजापति की बेनामी सम्पत्तियों की सारी जानकारी है.वह किनके नामों पर खरीदी गई है,वो भी उसे मालूम है. दुबे ने कहा कि वह सरकारी गवाह बनने को तैयार है ,क्योंकि गायत्री ने जबरन उसकी जमीन पीड़िता को दे दी.
वहीं ईडी कार्यालय को अभी भी उसके पत्र को पहुंचने का इंतजार है.TOI के अनुसार लखनऊ पुलिस ने कहा कि दुबे ने अपने लिए सुरक्षा की मांग की है.उसने कहा है कि गायत्री के लोग उसे धमकियां दे रहे हैं.
बता दें कि 2019 में सीबीआई ने खनन मामले में भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े के मामले में 5 IAS अधिकारी और समाजवादी पार्टी के नेता व मंत्री के ऊपर एफआईआर दर्ज किया था. जिसमें फतेहपुर और देवरिया के खनन घोटाले में मंत्री गायत्री प्रजापति की भी संलिप्तता बताई गई थी.
Published by : Thakur Shaktilochan Shandilya