UP Chunav: सरोजिनीनगर सीट पर पति-पत्नी के झगड़े में बाजी मारी तीसरे ने, कैबिनेट मंत्री का क्यों कटा टिकट?
खास बात यह है कि इस सूची में लखनऊ की सरोजनी नगर वीआईपी सीट पर पति-पत्नी के झगड़े में तीसरे चेहरे को मौका दे दिया गया है. वहीं, लखनऊ कैंट से वर्तमान में प्रदेश के कानून मंत्री को मौका दिया गया है.
Lucknow News: मंगलवार की रात भारतीय जनता पार्टी की ओर से एक सूची जारी की गई. इस सूची में कई बड़े चेहरों को दरकिनार करके नए चेहरों पर दांव की लगाए गए हैं. इस सूची में 17 लोगों के नाम हैं. खास बात यह है कि इस सूची में लखनऊ की सरोजनी नगर वीआईपी सीट पर पति-पत्नी के झगड़े में तीसरे चेहरे को मौका दे दिया गया है. वहीं, लखनऊ कैंट से वर्तमान में प्रदेश के कानून मंत्री को मौका दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक, इस सूची में लखनऊ की 2 वीआईपी सीट पर भाजपा ने अपना ट्रंप कार्ड चला है. मंगलवार की रात भारतीय जनता पार्टी की ओर से जारी की गई 17 प्रत्याशियों की सूची में लखनऊ का सबसे हॉट सीट बन चुका है कैंट एरिया प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक के नाम कर दिया गया है. भाजपा ने उन्हें वहां से अपना प्रत्याशी घोषित किया है. वहीं, लखनऊ की सरोजनी नगर विधानसभा सीट जो कि वर्तमान में प्रदेश की योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त स्वाति सिंह के नाम पर था. उनकी जगह पर मंगलवार की सुबह ईडी से त्यागपत्र देने वाले राजराजेश्वर सिंह के नाम कर दिया गया है.
बड़ी बात यह है कि योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वाति सिंह और उनके पति के बीच के रिश्ते सामान्य नहीं हैं. दोनों के बीच का विवाद कई बार सार्वजनिक आ चुका है. इसमें भी कोई दो राय नहीं है कि स्वाती सिंह के राजनीतिक कॅरियर की पारी की शुरुआत उनके पति दयाशंकर सिंह के चलते ही हुई थी. ऐसे में उनका राजनीतिक कॅरियर उन्हीं के चलते खत्म भी होने की कगार पर आ गया है. हाल ही में एक ऑडियो वायरल हुआ था. उसमें स्वाति सिंह को यह कहते सुना जा रहा था, ‘उनके पति उन्हें काफी मानसिक प्रताड़ना देते हैं.’
चुनाव और भी ज्यादा रोचक हो गयाबड़ी बात यह है कि लखनऊ की सरोजिनी नगर विधानसभा सीट पर पत्नी स्वाति सिंह के खिलाफ उनके पति एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष साथ व लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष दयाशंकर सिंह स्वयं लामबंदी कर रहे थे. उनकी यही ख्वाहिश थी कि इस सीट पर साल 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें कमल का फूल चुनाव चिन्ह दे. मगर भाजपा के आलाकमान ने इस मसले पर पति-पत्नी की जगह पर तीसरे को स्थान दे दिया है. ऐसे में यह चुनाव और भी ज्यादा रोचक हो गया है.