आजमगढ़ में पूर्व सपा विधायक रामदर्शन यादव ने थामा बीजेपी का दामन, सपा कुनबे पर जमकर बरसे
रामदर्शन यादव काफी समय तक सपा के जिलाध्यक्ष रहे. इसके बाद वे भाजपा में चले गए. कुछ माह बाद उन्होंने प्रसपा ज्वाइन कर लिया लेकिन शनिवार को पुन: अपने समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण की. पूर्व विधायक ने योगी सरकार के मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह की मौजूदगी में खुले मंच से इसका ऐलान भी कर दिया.
Azamgarh Bypoll Parliamentry: यूपी की दो सीटों पर होने वाले लोकसभा उपचुनाव से पहले सपा के गढ़ कहे जाने वाले आजमगढ़ में भाजपा ने सेंधमारी कर दी है. सपा के पूर्व विधायक और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के प्रदेश सचिव रामदर्शन यादव भाजपा में शामिल हो गए हैं. समाजवादी पार्टी के लिए यह एक बड़ा नुकसान है. वहीं, उनकी मौजूदगी में योगी सरकार के मंत्री एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह मौजूद थे.
सपा, भाजपा, प्रसपा और अब फिर भाजपा
रामदर्शन यादव काफी समय तक सपा के जिलाध्यक्ष रहे. इसके बाद वे भाजपा में चले गए. कुछ माह बाद उन्होंने प्रसपा ज्वाइन कर लिया लेकिन शनिवार को पुन: अपने समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण की. पूर्व विधायक ने योगी सरकार के मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह की मौजूदगी में शनिवार को खुले मंच से इसका ऐलान भी कर दिया. रामदर्शन यादव के भाजपा का दामन थामने के बाद मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने मेंहनगर विधानसभा में आयोजित जनसभा में उनको पार्टी की सदस्यता भी दिलाई. मंच पर उनके साथ आजमगढ़ से बीजेपी के कमल निशान पर संसदीय चुनाव लड़ रहे दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ भी मौजूद दिखे.
सपा परिवार पर बोला हमला
इस बीच उन्होंने बागी तेवर में अपना भाषण भी सुनाया. उन्होंने कहा कि आजमगढ़ के लोगों ने प्रदेश को दो मुख्यमंत्री दिए. बाद में मुख्यमंत्रियों को सांसद भी बनाया मगर आजमगढ़ की जनता को क्या मिला यहां की जनता विकास की उम्मीद में ही रह गई. दोनों नेता जनता की उम्मीद पर खरे नहीं उतर सके. उन्होंने कहा कि सपा ने हमेशा जातिवाद, वंशवाद, भ्रष्टाचार, अनाचार, दुराचार की राजनीति किया है. यदि इस बार निरहुआ को अवसर मिला तो वह गुंडों और बदमाशों के लिए तोप बन जाएंगे.