Bareilly News: उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. ऑनलाइन लिखित भर्ती परीक्षा में कैंडिडेट रिस्पांस ब्लॉक से गड़बड़ी का पर्दाफाश हुआ है, जिसके चलते मुजफ्फरनगर जनपद निवासी फुरकान अली, सहारनपुर निवासी चंद्रकिरण, प्रवीण कुमार और मोहम्मद हुसैन को गिरफ्तार किया है. इनमें से फुरकान ने आगरा और बाकी तीनों ने मेरठ में लिखित परीक्षा दी थी.
इससे पहले दरोगा भर्ती परीक्षा में 58 अभ्यर्थियों को गड़बड़ी के आरोप में गिरफ्तार करने की बात सामने आई है. पुलिस ने गड़बड़ी का खुलासा पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की जांच में होने की बात कही है. इसलिए ऑनलाइन परीक्षा कराने वाले केंद्र संचालक और प्रबंधक को भी मुकदमे में नामजद किया गया है.
मुजफ्फरनगर जनपद के हसरौली के खटोला गांव निवासी फुरकान ने दरोगा पद के लिए आवेदन किया था. इसमें बरेली क्षेत्र को वरियता के आधार पर लिखा. दिसंबर-2021 में ऑनलाइन परीक्षा के लिए आगरा का आरवी सेंटर मिला. फुरकान परीक्षा पास कर रविवार को बरेली पुलिस लाइन में शारीरिक परीक्षा और प्रपत्र जांच के लिए आया. उसके साथ तीन अन्य उम्मीदवार भी आए हुए थे. इन सभी को पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की सूचना पर गिरफ्तार कर लिया गया है. बोर्ड हर एक अभ्यर्थी की जांच करा रहा है.
पुलिस भर्ती के आरोपी अभ्यर्थियों ने आधा घंटा यानी 30 मिनट तक एक भी सवाल का हल नहीं किया था. मगर, इसके बाद 40 मिनट में पूरा पेपर हल कर दिया. इसमें आरवी सेंटर की मिलीभगत से अनुचित साधनों से परीक्षा पास कराने की बात सामने आई है. फुरकान के साथ ही केंद्र संचालक और प्रबंधक पर भी धोखाधड़ी के मुकदमे में नामजद किया गया है.
पुलिस भर्ती वर्ष 2021 में आयोजित हुई थी. इसमें दरोगा, सिपाही, महिला सिपाही आदि के लिए आवेदन आए थे. अभ्यर्थियों को वरीयता के आधार पर जिलों का आवंटन हुआ. इसके साथ ही ऑनलाइन परीक्षा कराई गई.
जांच के दौरान सामने आया है कि आरोपियों ने ऑनलाइन परीक्षा के दौरान सिस्टम में गड़बड़ी कर योग्यता से अधिक अंक हासिल किए हैं. इसको लेकर भर्ती बोर्ड के एसपी हाफिजुर रहमान ने रविवार को बरेली कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है. इस मामले में दोनों परीक्षा केंद्र के प्रभारियों को भी आरोपी बनाया गया है.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद