सोशल मीडिया पर दोस्ती, फिर हनी ट्रैप में फंसा कर बनाते थे शिकार, युवती समेत दो गिरफ्तार, …जानें कैसे देते थे घटना को अंजाम?
Friendship on social media, then trapped in Honey Trap, the victim, two including the woman were arrested : मेरठ : सेना के जवानों को हनी ट्रैप में शिकार बनानेवाले गिरोह का मेरठ पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. मेरठ के एसपी अखिलेश नारायण सिंह ने बुधवार को बताया कि जिले के नोचंदी थाने में शिकायत मिली कि एक गिरोह हनी ट्रैप कर लोगों को शिकार बनाता है. मामले में पुलिस द्वारा की गयी कार्रवाई में एक व्यक्ति और एक महिला को गिरफ्तार किया गया है. ये मोबाइल के द्वारा लोगों को हनी ट्रैप कर पैसे ठगते थे.
मेरठ : सेना के जवानों को हनी ट्रैप में शिकार बनानेवाले गिरोह का मेरठ पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. मेरठ के एसपी अखिलेश नारायण सिंह ने बुधवार को बताया कि जिले के नोचंदी थाने में शिकायत मिली कि एक गिरोह हनी ट्रैप कर लोगों को शिकार बनाता है. मामले में पुलिस द्वारा की गयी कार्रवाई में एक व्यक्ति और एक महिला को गिरफ्तार किया गया है. ये मोबाइल के द्वारा लोगों को हनी ट्रैप कर पैसे ठगते थे.
थाना नोचंदी में शिकायत मिली कि एक गिरोह हनी ट्रैप कर लोगों को शिकार बनाता है। मामले में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में एक व्यक्ति और एक महिला को गिरफ़्तार किया गया है। ये मोबाइल के द्वारा लोगों को हनी ट्रैप कर पैसे ठगते थे: अखिलेश नारायण सिंह, SP मेरठ pic.twitter.com/FCbpSx8mYy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 23, 2020
क्या है मामला?
जानकारी के मुताबिक, सेना के एक जवान ने साइबर सेल और मेरठ जिले के नोचंदी थाने में हनी ट्रैप के जरिये ब्लैकमेल करने की शिकायत की. अपनी शिकायत में सेना के जवान ने बताया कि मेरठ की एक युवती और युवक ने गैंग बना कर ठगी कर रही है.
सेना के जवान ने शिकायत में बताया है कि मेरठ का यह गिरोह हनी ट्रैप के जरिये कई जवानों को जाल में फंसा चुका है. मुजफ्फरनगर में भी सेना के एक जवान के परिवार से सोने के जेवरात ठग लिये थे.
शिकायत मिलने के बाद मेरठ पुलिस ने हनी ट्रैप में गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए एक युवती समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है. बताया जाता है कि अन्य आरोपितों की तलाश में पुलिस दबिश बना रही है.
कैसे देते थे अंजाम?
बताया जाता है कि गैंग की सरगना सोशल मीडिया पर अपना शिकार तलाशती थी. उसके बाद बातचीत का सिलसिला शुरू होता था. बातचीत और चैट के बाद दोस्ती की जाती थी. उसके बाद शिकार को करीब लाने के लिए उन्हें होटल में बुला कर आपत्तिजनक तस्वीर और वीडियो बना लिया जाता था.
आपत्तिजनक वीडियो और तस्वीर के सहारे हनी ट्रैप गैंग अपने शिकार से ब्लैकमेलिंग और उगाही शुरू करते थे. आरोपितों के मोबाइल से कई फौजी जवानों समेत कई लोगों के आपत्तिजनक वीडियो भी मिले हैं.
बताया जाता है कि आरोपित महिला मुजफ्फरनगर की रहनेवाली है. वहीं, गिरोह चलानेवाला युवक मेरठ के नोचंदी का रहनेवाला है. महिला करीब एक साल से गिरोह से जुड़ी है. पुलिस ने आरोपितों के पास से मोबाइल फोन, आधार कार्ड, आईडी कार्ड समेत ठगी के सामान भी बरामद किये हैं.