Lucknow: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) आज से तीन दिवसीय जी-20 समिट (G 20 Summit) की मेजबानी कर रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुबह उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे. इस सम्मेलन के लिए राजधानी को खास तरह से सजाया गया है. प्रमुख स्थानों और चौराहों पर जी-20 देशों के ध्वज, होर्डिंग आदि लगाई गई है. प्रतिनिधिमंडल जहां-जहां से होकर गुजरेगा उन रास्तों को फूलों से सजाया गया है.
डिजिटल इकॉनमी वर्किंग ग्रुप की बैठक में इस दौरान विभिन्न देशों के 143 प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं. जी20 समूह देशों के अलावा नौ आमंत्रित देशों के प्रतिनिधि भी इसमें शामिल हो रहे हैं. इसमें साइबर क्राइम, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल शिक्षा पर अलग-अलग समूह के साथ सत्र रहेंगे. इसमें भारत के हुए कामों को जहां प्रदर्शित किया जाएगा. वहीं भविष्य की रणनीति पर भी इस दौरान चर्चा होगी.
जी20 देशों के समूह आर्थिक लिहाज से बेहद सशक्त है. दुनिया का करीब 75 फीसदी कारोबार और 85 फीसदी जीडीपी सीधे तौर पर इनसे जुड़ी हुई है. इन देशों में दुनिया की दो तिहाई आबादी रहती है. वहीं डिजिटल लेनदेश बढ़ने पर इन देशों ने 2017 में पहली बार डिजिटल इकोनॉमी टास्क फोर्स बनाया. यही संगठन बाद में डिजिटल इकॉनमी वर्किंग ग्रुप बना.
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जी-20 के पहले सत्र की शुरुआत आज सुबह 9:30 बजे से होगी. सम्मेलन में शामिल होने वाले विदेशी मेहमान का सबसे पहले कोविड-19 टेस्ट किया जाएगा. राजधानी लखनऊ में आयोजन के समय तीन प्राथमिकताओं पर सत्र आयोजित किए जा रहे हैं. इसमें पहली डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर है. यह इसलिए महत्वपूर्ण है कि यूपीआई के जरिए दुनिया के कुल डिजिटल लेनदेन के 45 फीसदी को भारत में किया है. सबसे अधिक यूपीआई ट्रांजेक्शन भारत में होते हैं.
जी20 की अध्यक्षता 2022 में इंडोनेशिया को मिली थी. 2023 में भारत इसकी अध्यक्षता कर रहा है. भारत ने वसुधैव कुटुम्बकम को थीम चुना है. लखनऊ में डीडब्ल्यूईजी की पहली बैठक हो रही है. लखनऊ के बाद अप्रैल में हैदराबाद, जून में पुणे में बैठक होनी है. सितंबर में मिनिस्टर स्तरीय मीटिंग अंतिम सहमति के लिए होगी.
जी20 आयोजन के साथ ही एक डिजिटल प्रदर्शनी वर्चुअल रियलिटी एक्सपीरिएंस सेंटर भी होटल सेंट्रम में आयोजित की गई है. तकनीकी सत्रों के साथ इस प्रदर्शनी में भी भारत के आधुनिकतम प्रोद्योगिकी जैसे वर्चुअल रियलिटी और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को प्रदर्शित किया जाएगा. जहां वर्चुअल रियलिटी से प्रदर्शनी से ही मेहमानों को इमामबाड़ा का दीदार कराने का कार्यक्रम है.वहीं आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को भी यहां अनुभव किया जा सकेगा. 5जी तकनीक से जुड़े एप्लीकेशन, डाटा साइंस, पीएम गतिशक्ति में बना जियोस्पेशियल को यहां प्रदर्शित किया जाएगा.
19 देश अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, भारत, इंडोनेशिया, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, यूके, यूएस और यूरोपियन यूनियन जी20 समूह के सदस्य हैं. शेरपा ट्रैक और फाइनेंस ट्रैक दो तरीके से यह जी20 समूह काम करता है. मेहमान देशों में बांग्लादेश, मिश्र, मॉरिशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन, यूएई शामिल हैं. इसके अलावा इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन, विश्व बैंक, यूनेस्को और यूएनडीपी के प्रतिनिधि भी शामिल हो रहे हैं.