Agra News: G20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता भारत को मिल चुकी है. ऐसे में जी-20 शिखर सम्मेलन का प्रतिनिधिमंडल आगरा में ताजमहल का दीदार करने आएगा. इस दौरान आगरा में बंदरों के आतंक से उन्हें रूबरू ना होना पड़े और उससे कोई परेशानी का सामना ना करना पड़े. इसके लिए प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. पुरातत्व विभाग ने करीब 250 बंदरों को चिन्हित किया है और इसके लिए टेंडर निकाले जाएंगे और बंदरों को पकड़ने का काम किया जाएगा.
जिलाधिकारी नवनीत चहल के अनुसार विश्व प्रसिद्ध स्मारक ताजमहल को बंदर और कुत्तों से मुक्त कराया जाएगा. बंदरों को पकड़ने के लिए वाइल्डलाइफ से अनुमति मिल चुकी है और यह काम नगर निगम करेगा. वहीं जी20 शिखर सम्मेलन के प्रतिनिधिमंडल के आगमन को देखते हुए ताजमहल में अग्नि सुरक्षा मानकों का ऑडिट किया जाएगा.
पूरे परिसर को सीसीटीवी से लैस किया जाएगा और सभी दरवाजों पर चिकित्सा सुविधा भी तैनात की जाएगी. वीआईपी मेहमानों के आने पर उन्हें ऑनलाइन टिकटिंग में कोई परेशानी ना हो, ऐसे में ऑनलाइन टिकट की व्यवस्था को भी दुरुस्त किया जाएगा. डीएम ने बताया कि आगरा में जब वीआईपी विजिट होगी तो ताजमहल में ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाएगी. और ताजमहल के सुरक्षा घेरे को और मजबूत कर दिया जाएगा.
वीआईपी विजिट के दौरान ताजमहल के आसपास चल रही व्यवसाय गतिविधियों को भी रोक दिया जाएगा. जी20 शिखर सम्मेलन की पहली बैठक भारत की मेजबानी में उदयपुर में हो चुकी है. फरवरी में आगरा में विदेशी राजनायक, नेताओं और विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधि भी आना शुरू हो जाएंगे.
फरवरी से अगस्त तक आगरा में कई प्रेस कॉन्फ्रेंस होंगी. जिनमें अमेरिका, रूस और जापान सहित 20 से अधिक देश के प्रतिनिधि शामिल होंगे. ताजनगरी में आवारा कुत्तों के आतंक से निजात पाने के लिए नगर निगम ने कुत्तों की नसबंदी का कार्य शुरू कर दिया है. ऐसे में ताजमहल में बंदरों का आतंक पर्यटकों के लिए परेशानी बना हुआ है.
इसको देखते हुए नगर निगम और वन विभाग की संयुक्त कार्यवाही में करीब 10 हजार बंदरों को पकड़ कर उनकी नसबंदी की जाएगी. प्रथम चरण में करीब 500 बंदरों की नसबंदी की जाएगी. जिससे पर्यटकों को बंदरों के आतंक से निजात मिल सके. यह काम अब जल्दी पकड़ेगा क्योंकि फरवरी महीने में जी-20 शिखर सम्मेलन का जन प्रतिनिधि मंडल आगरा में ताजमहल का दीदार करने आ सकता है.