काशी के बाद अब गोरखपुर में भी शुरू होगी गंगा आरती, शाम होते ही घंटियों की आवाज से गूंज उठेगा नौका विहार

Gorakhpur News: गोरखपुर में भी अब वाराणसी की तरह जल्द ही गंगा आरती शुरू होने जा रही है. यहां नौका विहार पर जल्द ही गंगा आरती की शुरुआत होगी. इसके लिए राम जी घाट आरती समिति की पहल पर गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने सहमति दे दी है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 1, 2022 2:17 PM

Gorakhpur News: गोरखपुर के नौका विहार पर जल्द ही बनारस (Varanasi) की तर्ज पर गंगा आरती की शुरुआत होगी. इसके लिए राम जी घाट आरती समिति की पहल पर गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने सहमति दे दी है. ऐसे में अब समिति के सदस्य तैयारियों में जुट गए हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार, सप्ताह में मंगलवार के दिन यहां गंगा आरती की जाएगी. इसकी शुरुआत मंगलवार को नाग पंचमी के दिन होने की संभावना है.

समिति के सदस्य गोरखपुर के राज घाट पर प्रत्येक रविवार की शाम को 6 बजे आरती करते हैं. शुरुआत में कुछ लोग ही इस आरती में शामिल हुए लेकिन धीरे-धीरे राजघाट पर भी संख्या बढ़ती जा रही है. गोरखपुर के नौका विहार पर भव्य गंगा आरती की शुरुआत रामजी घाट आरती समिति की पहल पर जल्द ही शुरू होगी. संभावना जताई जा रहा है कि मंगलवार को नाग पंचमी के दिन इसकी शुरुआत हो सकती है. इसके बाद यहां धीरे-धीरे गंगा आरती रोजाना कर दी जाएगी. समिति के लोग गंगा आरती की तैयारी में जुट गए हैं.

शाम 6:30 बजे से होने वाली आरती में शहर के लोगों के सहयोग की समिति ने अपील भी की है. समिति के सदस्यों का कहना है कि यहां रोजाना काफी भीड़ जुटती है. इससे आरती के समय इसकी भव्यता अलग ही दिखेगी. रामजी घाट आरती समिति के सदस्य डॉ शिवेंद्र सिंह ने बताया कि नाग पंचमी के अवसर पर गंगा आरती की शुरुआत करने की हमारी कोशिश है. आरती में पांच ब्राह्मण शामिल होंगे. यह आरती ढोल और नगाड़े की धुन पर की जाएगी. नौका विहार पर लोग बड़ी संख्या में आरती में शामिल होंगे जिससे आरती के महत्व को भी वह लोग जान सकेंगे.

उन्होंने बताया कि नौका विहार पर करीब 50 मिनट की आरती होगी. इसके पहले समिति के सदस्यों द्वारा यहां की साफ सफाई की जाएगी. आरती के बाद वहां किसी प्रकार की गंदगी नहीं रहने दी जाएगी. आरती की व्यवस्था के लिए समिति के सदस्य जुट गए हैं और उसकी तैयारी कर रहे हैं. समिति के सदस्य डॉ शिवेंद्र ने बताया कि नौका विहार पर शहीदों और ब्रह्मलीन गुरु गोरक्षपीठ के महान संतों की भी आरती की जाएगी. उन्होंने कहा कि जिले के गुरु गोरक्षनाथ, झारखंडी महाराज, बाबा मुक्तेश्वर नाथ, नीलकंठ महादेव ,रुदेश्वर महाराज समेत जितने भी शक्तिपीठ हैं उनके देव के चित्र के साथ समिति के सदस्य आरती करेंगे.

समिति के सदस्यों की यही मांग है कि रामगढ़ के आगे श्री राम लगाया जाए क्योंकि रामगढ़ का नाम राम के नाम के साथ शुरू हो रहा है और राम के साथ देशवासियों की आस्था जुड़ी हुई है. इस मामले में गोरखपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह ने बताया कि समिति के सदस्यों की ये पहल है कि रामगढ़ताल नौका विहार पर गंगा आरती हो हमारी तरफ से सहमति दे दी गई है.

रिपोर्टर – कुमार प्रदीप

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