गढ़वा : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गढ़वा जिले के डंडई थाना क्षेत्र के जरही गांव निवासी सीताराम मिस्त्री की पत्नी देवंती देवी व दो बच्चों को उत्तर प्रदेश में बेचे जाने के मामले को गंभीरता से लिया है. उन्होंने मामला संज्ञान में आते ही टीम गठित कर रेस्क्यू करने का निर्देश दिया है. आदेश मिलते ही गढ़वा पुलिस महिला के पति सीताराम मिस्त्री को लेकर रवाना हो गयी है.
बताया जाता है कि महिला की फुफेरी बहन ने देवंती देवी को दो बच्चों के साथ उत्तर प्रदेश में बेच दिया है. पीड़िता के पति सीताराम मिस्त्री ने जिला प्रशासन और पुलिस से मदद की गुहार लगाई थी और मामला सीएम हेमंत सोरेन तक पहुंचा था. पीड़िता के पति ने थाना में सनहा दर्ज कराया था. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पुलिस को मामले में त्वरित कार्रवाई कर रेस्क्यू करने का आदेश दिया है.
सीताराम मिस्त्री ने जानकारी दी है कि उसकी पत्नी देवंती देवी ने उसे फोन कर बताया कि उसे धोखे से बेच दिया गया है. महिला ने अपने पति से बचाने की गुहार लगायी थी. महिला के साथ 8 वर्षीय पुत्र सूरज कुमार एवं 11 वर्षीया पुत्री अनीता कुमारी है. सीताराम ने बताते हैं कि उनकी गैर मौजूदगी में देवंती सालभर पहले अपने मायके गयी थी. उसके साथ दोनों बच्चे भी गये थे. इसके बाद से उनका कोई सुराग नहीं मिल सका है. एक दिन उनकी पत्नी का फोन आया और पूरी घटना की जानकारी मिली.
सीताराम का कहना है कि उनकी पत्नी देवंती देवी और दोनों बच्चों को उत्तर प्रदेश के जयपाल विश्वकर्मा के पास बेचा गया है. उन्हें पत्नी देवंती ने कहा था कि किसी तरह उन्हें जयपाल विश्वकर्मा के पास से गढ़वा ले आयें. जयपाल काफी प्रताड़ित करता है.
सीताराम ने बताया कि पिछले वर्ष सितंबर में वे उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड कंपनी में मजदूरी करने गये थे. उसी दौरान उनकी पत्नी की फुफेरी बहन बाहर घुमाने का झांसा देकर उन्हें ले गयी. उसके बाद उसे बेच दिया गया.
Posted By : Guru Swarup Mishra