गोरखपुर का गीता प्रेस प्रशासन 11 देशों में खोलेगा पुस्तक केंद्र, जानें शुरुआत में कैसे भेजेंगे किताबें
इन पुस्तक केंद्रों पर गीता प्रेस की पुस्तकें मिलेंगी. गीता प्रेस गोरखपुर के नाम से यह आउटलेट सेंटर खोले जाएंगे. इन सेंटर्स पर मिलने वाले पुस्तकों का मुद्रण और प्रकाशन का अधिकार गीता प्रेस गोरखपुर के पास रहेगा ताकि पुस्तकों में शुद्धता बनी रहे. पुस्तकें इन देशों में कैसी भेजी जाएं, इसके लिए...
Gorakhpur News: विश्व प्रसिद्ध गीता प्रेस का विस्तार 11 और देशों में होगा. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की इच्छानुसार यह किया जा रहा है. यहां न केवल गीता प्रेस के पुस्तक केंद्र खोले जाएंगे बल्कि गीता जयंती पर भव्य कार्यक्रम भी होगा. इन पुस्तक केंद्रों पर गीता प्रेस की पुस्तकें मिलेंगी. गीता प्रेस गोरखपुर के नाम से यह आउटलेट सेंटर खोले जाएंगे. इन सेंटर्स पर मिलने वाले पुस्तकों का मुद्रण और प्रकाशन का अधिकार गीता प्रेस गोरखपुर के पास रहेगा ताकि पुस्तकों में शुद्धता बनी रहे. पुस्तकें इन देशों में कैसी भेजी जाएं, इसके लिए गीताप्रेस प्रशासन व्यवस्थाएं कर रहा है.
नेपाल में करेंगे विस्तार
4 जून को शताब्दी वर्ष समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गोरखपुर गीता प्रेस आए थे. राष्ट्रपति ने विदेश में शाखा खोलने के लिए न केवल आग्रह किया था बल्कि राष्ट्रपति सचिवालय ,दूतावास और उच्चायोग से हर तरह की सहायता दिलाने का आश्वासन भी गीता प्रशासन को दिया था. गीता प्रेस प्रशासन ने राष्ट्रपति को बताया था कि गीता प्रेस इस दिशा में काम कर रहा है. नेपाल के काठमांडू में शाखा खुल चुकी है. वहां के अन्य 6 प्रदेशों में भी पुस्तक केंद्र खोलने के लिए टीम का गठन कर दिया गया है. गीता प्रेस का विदेश में विस्तार की जिम्मेदारी गीता प्रेस के अंतरराष्ट्रीय संयोजक जय किशन शरडा को दी गई है.
इन देशों में खुलेंगे सेंटर्स
विदेशों में जो सेंटर गीता प्रेस द्वारा खोले जा रहे हैं, वहां 3 दिसंबर को गीता जयंती और 3 मई 2023 को गीता प्रेस की शताब्दी वर्ष समारोह के समापन अवसर पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. इन 11 देशों में गीता प्रेस के आउटलेट खोले जाएंगे. उनमें ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, दुबई, इंडोनेशिया ,सिंगापुर ,त्रिनिनाड ,मॉरीशस, सूरीनाम ,थाईलैंड ,भूटान और म्यांमार है. विदेशों में सेंटर खोलने के लिए वहां रह रहे भारतीय और नेपाली मूल के लोगों से गीताप्रेस प्रशासन लगातार बात कर रहा है. गीता प्रेस की पुस्तकें लोकप्रिय तो है लेकिन विदेशों में वहां रहने वाले भारतीय लोगों को यह पुस्तकें सहजता से नहीं मिल पाती हैं.
किताबें भेजने के लिए बनाई गई योजना
गीता प्रेस प्रशासन यात्रियों के माध्यम से पुस्तकें विदेशों में खुलने वाली आउटलेट सेंटर्स पर भेजेगा. गीता प्रेस प्रशासन के अनुसार, पहले चरण में 11 देशों में आउटलेट खोले जाएंगे. वहां बड़ी संख्या में भारतीय और नेपाली लोग रहते हैं. व्यापार व नौकरी के सिलसिले में उनका नियमित आना-जाना होता है. उनके पास उतने भार का सम्मान नहीं होता है, जितना हवाई जहाज में ले जाने का आदेश है. शुरुआत में गीता प्रेस प्रशासन उन्हीं के माध्यम से पुस्तकें सेंटर्स पर उपलब्ध कराएगा. राष्ट्रपति के आश्वासन के बाद से भारत सरकार से विदेशों में पुस्तकें भेजने के लिए व्यवस्था बनाने के लिए गीता प्रेस प्रशासन बात करेगा.
रिपोर्ट : कुमार प्रदीप