Gorakhpur News: गोरखपुर में अब गोरक्ष नगरी का जन्म दिवस मनाया जाएगा. जिसको लेकर शहर के सृजन की तिथि के बारे में इतिहासकारों से संपर्क कर जानकारी ली जा रही है. प्राचीन और ऐतिहासिक नगरी गोरखपुर के सृजन को लेकर पहले से प्रकाशित पुस्तकों का भी अध्ययन किया जा रहा है. अभी तक गोरखपुर की कोई प्रामाणिक तथ्य नहीं मिले हैं लेकिन कुछ लोग मकर संक्रांति पर गोरखपुर का उद्भव मानते हैं.
अभी गोरखपुर के सृजन तिथि को लेकर मंथन चल रहा है. नगर निगम की तरफ से शहर के जन्मदिवस पर पार्कों और अन्य स्थानों पर जश्न मनाने की तैयारी है. नागरिकों को गोरखपुर के इतिहास से रूबरू करा कर प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाएगा. इस कार्यक्रम को लेकर नगर विकास विभाग ने खर्च की सीमा भी तय कर ली है. नगर पंचायत 25 हजार नगर पालिका परिषद 50 हजार और नगर निगम एक लाख तक खर्च कर सकेगा.
यह पहली बार होगा जब गोरखपुर के सृजन तिथि की आधिकारिक घोषणा होगी. कार्यक्रम को लेकर नगर निगम तैयारियों में जुट गया है. हाल के दिनों में 75 स्थानों की सफाई कराई है. इन स्थानों को आसपास के नागरिकों ने कूड़ा घर के रूप में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था. इन स्थानों पर सेल्फी प्वाइंट, रेहड़ी, पटरी वालों को स्थान वरिष्ठ नागरिकों के बैठने के लिए बेंच की व्यवस्था भी नगर निगम की तरफ से की जाएगी.
गोरखपुर के जन्मदिवस पर ऐतिहासिक स्थलों पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे और महापुरुषों की जीवनी पर गोष्ठी का भी आयोजन यहां किया जाएगा. नगर निगम इतिहास, संस्कृति एवं सभ्यता के प्रति नागरिकों के अंदर गौरव की अनुभूति कराने के लिए इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है . इन कार्यक्रमों में लोक कला, संस्कृति और साहित्य का आयोजन भी होगा. इसमें भूतपूर्व सैनिक ,स्वतंत्रता संग्राम सेनानी महत्वपूर्ण खिलाड़ी बुद्धिजीवियों आदि को भी बुलाया जाएगा.
विभागों द्वारा नागरिक सुविधाओं से जुड़े कैंप भी लगाए जाएंगे. ताकि नागरिकों को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी हो और वह उसका लाभ उठा सकें. इसमें एक जिला एक उत्पाद को भी प्रमुखता से शामिल किया जाएगा. पर्यावरण को लेकर नगर निगम कई कार्यक्रम करेगा. जैसे पर्यावरण संरक्षण को लेकर नागरिकों को संकल्प दिलाया जाएगा. तालाब, नदी के किनारे विशेष सफाई अभियान भी नगर निगम द्वारा चलाया जाएगा .
अगस्त 1884 में म्युनिसिपल बोर्ड गोरखपुर का गठन किया गया था. 21 अगस्त 1954 को गोरखपुर नगर पालिका और 15 जून 1982 को गोरखपुर नगर महापालिका बना वर्ष 1994 में शहर को नगर पालिका का दर्जा दिया गया. उस समय अमरनाथ उर्फ आशा देवी किन्नर थी. हालांकि इसके पहले ही नगर प्रमुख का चयन हो गया था. अंग्रेजों ने वर्ष 1801 में अवध के नवाब से गोरखपुर की सत्ता अपने हाथ में लेकर कलेक्ट्रेट की तैनाती की.
पूर्वी नगर आयुक्त अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि गोरखपुर का जन्म दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा. इसके लिए नगर निगम बड़े तैयारियों का कार्यक्रम बना रहा है .गोरखपुर का ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व क्या है. इसके बारे में लोगों को जानकारी हो ऐसे कार्यक्रम कराए जाएंगे. यह गोरखपुर महान नाथ योगियों की तपोस्थली है. जल्द ही जन्मदिवस की तिथि तय कर ली जाएगी.
रिपोर्टर –कुमार प्रदीप, गोरखपुर