Gorakhpur News: गोरखपुर कैंट थाने की पुलिस ने एम्स में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर एक जालसाज को गिरफ्तार किया है. जालसाज ने एक बेरोजगार युवक से नौकरी दिलाने के नाम पर 17.65 लाख रुपये ठग लिए हैं. जालसाज ने बेरोजगार को एम्स में फर्जी अप्वाइंटमेंट लेटर भी थमा दिया था.
पीड़ित जब लेटर लेकर जॉइनिंग के लिए एम्स पहुंचा तो उसके होश उड़ गए और तब उसे अपने साथ ठगी होने की जानकारी हुई. कैंट पुलिस पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज कर जालसाज की तलाश कर रही थी. आज पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.
पकड़े गए जालसाज की पहचान प्रमोद कुमार पुत्र हरीश चंद्र निवासी सिहटीकर बखीरा जिला संतकबीर नगर के रूप में हुई है. इस मामले में कैंट इंस्पेक्टर शशि भूषण राय ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही थी. आरोपी को पुलिस ने चिड़ियाघर के पास से गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि आरोपी मनीराम में एक ऑनलाइन सेंटर पर काम करता है.
बताते चलें महाराजगंज जनपद के फरेंदा निवासी कन्हई प्रसाद ने पुलिस को तहरीर देकर बताया है कि एम्स में सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर जालसाज ने उससे 17.65 लाख रुपए ले लिए हैं. और उसने कुछ दिन के बाद उसे फर्जी नियुक्ति पत्र भी दे दिया. जब वो एम्स में जॉइनिंग के लिए पहुंचा तो उसे अपने साथ ठगी होने की जानकारी हुई. जिसके बाद उसने कैंट थाने में केस दर्ज कराया. पुलिस की छानबीन में यह जानकारी हुई कि आरोपी पवित्रा डिजिटल ऑनलाइन सेंटर मनीराम गोरखपुर में काम करता था.
पुलिस द्वारा छानबीन में यह भी जानकारी हुई है कि आरोपी जिस डिजिटल ऑनलाइन सेंटर मनीराम में काम करता था उसके मालिक अमित गुप्ता जो पीपीगंज थाना क्षेत्र के टीचर कॉलोनी में रहते हैं और उसके पार्टनर मनोज चौधरी और अवधेश गुप्ता है. इन तीनों के कहने पर कर्मचारी प्रमोद ने कन्हई प्रसाद को विश्वास में लेकर रुपए हड़पे. फिलहाल पुलिस उन तीनों की भी तलाश कर रही है जल्द ही पुलिस के गिरफ्त में तीनों आरोपी भी होंगे.
रिपोर्ट – कुमार प्रदीप, गोरखपुर