Gorakhpur: योगी सरकार ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 23 (UP GIS 23) के जरिए भारी निवेश जुटाने की कोशिश में है. विदेशी निवेशकों के बाद अब स्वदेशी निवेशकों से मुलाकात कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जहां स्वयं कमान संभाल ली है, वहीं जनपदों से भी भारी निवेश जुटाने के प्रयास किए जा रहे हैं. इसमें गोरखपुर जनपद भी अग्रणी है.
हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग विभाग के प्रयास से 4000 लोगों को रोजगार मिलेगा. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 की सफलता में गोरखपुर का योगदान काफी अहम होगा. टेक्सटाइल सेंटर में 1271 करोड़ रुपये की निवेश की जमीन यहां तैयार हो चुकी है. जिसका प्रस्ताव 10–12 फरवरी तक लखनऊ में होने वाले इन्वेस्टर्स समिट में सौंपा जाएगा. सैनेटरी नैपकिन बनाने वाली कंपनी ने भी इसमें मददगार साबित होगी. विभाग को शासन से मिले निवेश के 2000 करोड़ रुपये के लक्ष्य को नाइन कंपनी ने हासिल किया था.
पूर्वांचल का पहला निजी टेक्सटाइल पार्क हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग विभाग का दूसरा सबसे बड़ा निवेश होगा. 500 करोड़ का पूंजी निवेश 1500 लोगों के लिए रोजगार का द्वार खोलेगा. इसमें 300 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव इन्वेस्टर्स समिट में सौंपने की तैयारी है. गोरखपुर में 43000 करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य निर्धारित है. 1000 करोड़ रुपये की निवेश का लक्ष्य उद्योग विभाग को मिला है, जिसमें 800 करोड़ के प्रस्ताव मिल चुके हैं. गीडा को 40 हजार करोड़ के निवेश का लक्ष्य मिला है, जिसमें 3000 करोड़ का प्रस्ताव आ चुका है.
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हथकरघा और वस्त्र उद्योग विभाग को दो हजार करोड़ रुपये निवेश कराने हैं. इसमें विभाग को 1271 करोड़ रुपये का प्रस्ताव मिल चुका है. दूसरी ओर निजी टेक्सटाइल पार्क से गोरखपुर को रेडीमेड गवर्नमेंट उत्पाद का हब बनाने में काफी मदद मिलेगी. अपर निदेशक हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग विभाग अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 में अधिक से अधिक निवेश कराने का प्रयास किया जा रहा है. समिट होने तक और भी प्रस्ताव मिलने की संभावनाएं हैं.
रिपोर्ट–कुमार प्रदीप, गोरखपुर