शाबाश : गोरखपुर पुलिस के जवानों ने बनाया वीर युवा क्लब, आम आदमी के संकट को पल भर में कर रहे हैं दूर
गोरखपुर पुलिस में तैनात कई कांस्टेबल ने मिलकर एक टीम तैयार की है. इस टीम में एक कई स्थानों और लाइन में तैनात पुलिसकर्मी शामिल हैं. इन्होंने एक ग्रुप भी बनाया है, जिससे यह पुलिसकर्मी आपस में जुड़े रहते हैं. इस टीम के सदस्य 24 घंटे एक्टिव रहते हैं. किसी को ब्लड की जरूरत पड़ते ही ये दु:ख हर लेते हैं.
Gorakhpur News: पुलिस शब्द जबान पर आते ही लोगों के मन में एक भय का विचार मन में आ जाता है. इस शब्द से लोगों के दिमाग में थाना मुकदमा जैसे विचार आने लगते हैं लेकिन गोरखपुर में पुलिस का एक चेहरा और भी है जो लोगों के बीच में जाकर उनकी सहायता करते हैं. यह पुलिसकर्मी अपनों को खो चुके लोगों को उनके परिवार से मिलाते हैं. जरूरत पड़ने पर अपना खून भी देकर लोगों की जान बचाते हैं. ये ऐसे पुलिसकर्मी हैं जो अलग-अलग थाने और पुलिस लाइन में होने के बाद ही रक्त वीर युवा क्लब के नाम से एक टीम बनाकर लोगों की मदद कर रहे हैं.
100 से ज्यादा लोगों को ब्लड डोनेट कियागोरखपुर पुलिस में तैनात कई कांस्टेबल ने मिलकर यह टीम तैयार की है. इस टीम में एक कई स्थानों और लाइन में तैनात पुलिसकर्मी शामिल हैं. इन्होंने एक ग्रुप भी बनाया है जिससे यह पुलिसकर्मी आपस में जुड़े रहते हैं. इस टीम के सदस्य 24 घंटे एक्टिव रहते हैं. किसी को ब्लड की जरूरत पड़ते ही ये उसका दु:ख हर लेते हैं. इतना ही नहीं इस टीम के सदस्य लोगों को इसके लिए अवेयर भी करते हैं. इस टीम के सदस्यों ने पिछले 8 महीनों में अब तक 100 से ज्यादा लोगों को ब्लड डोनेट किया है. इन्होंने कइयों की जान बचाई है.
उदाहरण के तौर पर बीते 11 सितंबर को गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एक महिला मरीज एडमिट थी. रात में इमरजेंसी ऑपरेशन के लिए उसे एक यूनिट बी नेगेटिव ब्लड ग्रुप की जरूरत थी. मरीज के परिजनों ने कई ब्लड बैंक का चक्कर लगाया लेकिन इस ग्रुप का ब्लड नहीं मिला. मेडिकल कॉलेज के एक प्रोफेसर के माध्यम से कांस्टेबल शिवाम्बुज पटेल को इसकी जानकारी हुई तो उसने बिना वक्त गंवाए वहां पहुंचकर अपना ब्लड देकर उस मरीज की जान बचाई.
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम ने गोरखपुर में बाल श्रम, भिक्षावृत्ति और नशे के विरुद्ध काफी सराहनीय काम किए हैं. टीम ने 21 सितंबर को सड़क के किनारे भीख मांग रहे बच्चों को किताब कॉपी और पढ़ाई के उपकरण दिए हैं. पुलिस के इस काम से लोगों में काफी चर्चा है. पुलिस का यह रूप देखकर लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं. यह टीम अब तक 70 से अधिक बच्चों को भीख मांगने के काम से दूर कर उन्हें कॉपी किताब पढ़ाई के समान देने के साथ ही उनके परिवार से मिलाने का काम भी किया है या फिर उन्हें चाइल्ड लाइन को सुपुर्द किया है.
गोरखपुर एसएसपी डॉ गौरव गुरु ग्रोवर ने इस नेक काम को लेकर बताया कि पुलिसकर्मी का काम ही समाज और मानवता का होता है उनके अंदर भी दिल है वह भी आम इंसान हैं. इसलिए पुलिस अपनी ड्यूटी के अलावा भी कई ऐसे काम करती है जो उनकी ड्यूटी में शामिल तो नहीं होता लेकिन इससे आम पब्लिक को काफी हद तक सहूलियत मिल जाती है. उन्होंने कहा कि ऐसे काम करने वाले पुलिसकर्मियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है.
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