Gorakhpur News: गोरखपुर के एसएसपी डॉ विपिन ताडा ने झगहां पुलिस को एक बच्चे को उसकी मां को सुपुर्द कराने के लिए 48 घंटे का समय दिया है. कप्तान ने थानेदार को यह भी निर्देश दिया है कि अगर बच्चे को उनके दादा और चाचा उसकी मां को नहीं लौटाते हैं तो उन पर अपहरण का मुकदमा दर्ज कर उनको गिरफ्तार करें और मासूम को उसकी मां के हवाले करवाएं. आराध्य की मां राधा गुप्ता तहसील दिवस पर अपनी फरियाद लेकर चौरी चौरा तहसील पहुंची थी. इसके पहले एसडीएम चौरी चौरा के आदेश के 3 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने अभी तक आराध्य की सुपुर्दगी उसकी मां को नहीं की थी.
जानकारी के मुताबिक, आराध्य की मां राधा गुप्ता के मुताबिक उसके पति जितेंद्र ने पिता और भाइयों की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली थी. उस समय राधा की गोद में एक साल का मासूम बेटा आराध्य था. देवरिया जनपद के भाटपार रानी की रहने वाली राधा गुप्ता का विवाह 2 वर्ष पहले गोरखपुर के झगहां थाना क्षेत्र के राघोपट्टी पडरी निवासी जितेंद्र गुप्ता के साथ हुई थी. पति की मौत के बाद वह अपने मायके भाटपार रानी चली गई. जब वह वापस अपनी ससुराल आई तो उसके ससुर और देवर ने उसके बेटे को छीन लिया और उसे घर से भगा दिया.
राधा पिछले 6 महीनों से अपने बेटे को पाने के लिए पुलिस थाने और अधिकारियों के चक्कर काट रही थी. जब उसको कहीं से न्याय नहीं मिला तो वह अपनी फरियाद लेकर चौरी चौरा एसडीएम के न्यायालय में पहुंची. जहां उन्होंने सीआरपीसी की धारा 97 के तहत मुकदमा दाखिल कर कस्टडी मांगी. एसडीएम ने अपने फैसले में थानाध्यक्ष झगहां को निर्देश दिया कि मासूम आराध्य को तब तक के लिए उसकी मां को सुपुर्द किया जाए जब तक उसके बाबा राम प्रसाद किसी सक्षम न्यायालय से संरक्षक होने का आदेश प्राप्त नहीं कर लेते. मगर आदेश के बाद भी पुलिस बच्चे को उसके मां को सुपुर्द नहीं करा पाई. इसके बाद वह तहसील दिवस पर एसएसपी के पास अपनी फरियाद लेकर पहुंची थी. वहीं, झगहां थानेदार के अनुसार मासूम आराध्य को लेकर उसके घरवाले घर से फरार हैं.
रिपोर्ट : कुमार प्रदीप