Gorakhpur News: गोरखपुर पुलिस ने पशु तस्कर गैंग का खुलासा किया है. गोरखपुर जिले के तिवारीपुर कैंट और एसओजी पुलिस ने पांच तस्करों को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया. ये अपराधी गोरखपुर से पशुओं की चोरी कर बांग्लादेश तस्करी करते थे. तस्कर इन पशुओं को बिहार और पश्चिम बंगाल के रास्ते बांग्लादेश पहुंचाकर करोड़ों कमा रहे हैं. एसपी सिटी किशन कुमार विश्नोई ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी है.
बता दें कि गोरखपुर में से पशु तस्करी के मामले लगातार सामने आ रहे थे. पिछले दिनों गोरखपुर के तिवारीपुर थाना क्षेत्र में तस्करों ने पुलिस के रोकने पर उन पर हमला कर दिया था. एसपी सिटी ने मीडिया को बताया कि बुधवार की रात पुलिस को सूचना मिली थी कि पशु तस्करों का गैंग गोरखपुर में आया हुआ है. जिसके बाद पुलिस ने जगह जगह पर घेराबंदी कर गाड़ियों की तलाशी शुरू कर दी थी. जब पुलिस ने घेराबंदी कर इन तस्करों को रोकने की कोशिश की तो इन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की और इन तस्करों को पकड़ने के लिए घेराबंदी शुरू कर दी. पुलिस ने इन पशु तस्करों को डोमिनगढ़ के पास से गिरफ्तार किया.
एसपी सिटी ने बताया है कि गोरखपुर के विशाल और कमलेश यादव बाइक से पशुओं की रेकी करते थे. उनके सूचना पर कुशीनगर के रहने वाले जुल्फिकार आमिर और साहिल गोरखपुर आते थे और पशुओं की चोरी करते थे. जब पुलिस इन्हें रोकने की कोशिश करती थी तो ये तस्कर हमला भी कर देते थे. पूछताछ में तस्करों ने बताया कि यह पशुओं को बिहार के माधोपुरा मेले में व्यापारियों को बेचते थे और यह व्यापारी उन पशुओं को पश्चिम बंगाल के रास्ते बांग्लादेश भेज देता था. पूछताछ में उन्होंने बताया कि बांग्लादेश में पशुओं की ज्यादा डिमांड है. उन्होंने यह भी बताया कि जिन पशुओं को चोरी करते थे उनमें ज्यादातर गोवंश रहते थें. फिलहाल इन तस्करों के पूछताछ के आधार पर पुलिस बिहार के दोनों पशु व्यापारियों की तलाश में जुटी है.