Aligarh News: उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में लगातार हो रही बारिश के कारणजन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है, तो वहीं दूसरी ओर बरसात के मौसम में सांप और कीड़े भी लोगों की परेशानी का सबब बने हुए हैं. ताजा मामला हाथरस के हिम्मतपुर गांव का है, जहां एक बाबा अपनी नातिन के साथ चारपाई पर सो रहे थे. तभी रात में दोनों को एक जहरीले सांप ने डंस लिया लिया, जिससे दोनों की मौत हो गई.
दरअसल, हाथरस जिले के सिकंदराराव थाना क्षेत्र में हिम्मतपुर गांव में 62 साल के बुजुर्ग मोहर सिंह चारपाई पर सो रहे थे. उनके साथ 12 साल की नातिन प्रियांशी भी सो रही थी. शनिवार रात को लगातार बारिश हुई. बारिश के मौसम में घर में एक सांप निकल आया, जिसने चारपाई पर सो रहे बाबा और नातिन को डंस लिया.
घटना की अगली सुबह रविवार के दिन जब परिवार वाले दोनों को उठाकर चाय देने गए तो देखा कि बुजुर्ग मोहर सिंह की मौत हो चुकी थी. नातिन प्रियांशी बेहोश अवस्था में थी, उसकी सांसे चल रही थीं. परिजनों ने बच्ची को एटा अस्पताल में भर्ती कराया, जहां बच्ची की भी मौत हो गई. बाबा-नातिन, दोनों की मौत से गांव में कोहराम मच गया.
बारिश के मौसम में सांप के बिलों में पानी भर जाता है, जिसके कारण वह बाहर निकलने लगते हैं. और घरों की ओर बढ़ने लगते हैं. इसलिए बारिश के मौसम में एहतियात रखना जरूरी है. ऐसे में बचाव का यही तरीका है कि घर में किसी भी जगह पानी इकट्ठा न होने दें. सोने वाली जगह पर अंधेरा ना रखें. इसके अलावा सोने के दौरान कोशिश करें कि पैर और हाथों को पूरी तरह से ढक कर रखें. घर में बिना चप्पल, सैंडल पहने न घूमें. सोने के बाद उठते समय नीचे जमीन पर पैर रखने से पहले इधर उधर देख लें कि नीचे कोई कीड़ा तो नहीं है.
दरअसल, सांप के काटने के बाद उसके दातों का जहर शरीर के अंदर तक चला जाता है. जहर धीरे-धीरे ऊपर की तरफ बढ़कर पूरे शरीर में फैलने लगता है. इस प्रक्रिया में करीब डेढ़ से दो घंटे का समय लगता है. इस दौरान यदि व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाया जाए तो उसे बचाया जा सकता है. सांप के डंसने के बाद शरीर में तेज दर्द, सूजन, उल्टी-दस्त होना, चक्कर आना, शरीर का ठंडा पड़ जाना, सांस लेने में दिक्कत आदि लक्षण देखने को मिलते हैं. सांप के कांटने के बाद जहां काटा है उससे कुछ ऊपर शरीर को बांध देना चाहिए, ताकि जहर ऊपर ना बढ़े, जितनी जल्दी हो सके मरीज को नजदीकी अस्पताल ले जाना चाहिए. किसी भी प्रकार के झाड़ फूंक के चक्कर में न पड़ें.
रिपोर्ट चमन शर्मा, अलीगढ़