Greater Noida: माता-पिता ने छोड़ा नवजात का साथ, SHO की पत्नी ने थामा हाथ, ब्रेस्टफीडिंग करा बचाई जान

Greater Noida: ग्रेटर नोएडा से एक अनोखी खबर सामने आई है. एक स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) की पत्नी को ठंड में सड़क के किनारे झाड़ियों में एक बच्ची मिली. बच्ची को उन्होंने ब्रेस्टफीडिंग करवायी और उसकी जान बचाई. भूख और ठंड की वजह से बच्ची बेसुध होकर रो रही थी.

By Prabhat Khabar News Desk | December 26, 2022 3:33 PM

Greater Noida: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा से एक अनोखी खबर सामने आई है. एक स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) की पत्नी को ठंड में सड़क के किनारे झाड़ियों में एक बच्ची मिली. बच्ची को उन्होंने ब्रेस्टफीडिंग करवायी और उसकी जान बचाई. जो अभी सुर्खियों में बनी हुई हैं. दरअसल यह पूरा मामला मंगलवार (20 दिसंबर) का है. शहर में कड़ाके की ठंड थी, जिसकी वजह से उस बच्ची की हालत बहुत ही गंभीर हो गई थी. जैसे ही बच्ची के बारे में पुलिस को सूचना मिली स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची को अपने साथ थाने ले आई.

SHO की पत्नी ने बच्ची को कराई ब्रेस्टफीडिंग

भूख और ठंड के वजह से बच्ची बेसुध होकर रो रही थी. बच्ची को मां के दूध के अलावा कुछ नहीं पिलाया जा सकता था. बच्ची के हालत को देखते हुए एसएचओ की पत्नी ज्योति सिंह ने दुधमुहे बच्चे को अपना दूध पिलाया और उसकी जान बचाई.

Also Read: UPSRTC का नए साल में तोहफा, जिला मुख्यालयों से लखनऊ को सीधे जोड़ेगी राजधानी एक्सप्रेस, ऐसा होगा सफर…
बच्ची को हॉस्पिटल में कराया गया भर्ती

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बच्ची को एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. फिलहाल अभी उसकी हालत स्थिर है. अभी तक बच्ची के माता-पिता के बारे में कोई जानकारी नहीं  मिली है. SHO की वाइफ ज्योति सिंह ने लोगों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को ऐसे न छोड़ें. ज्योति सिंह ने कि मुझे समझ नहीं आ रहा है कि कोई बच्चे के साथ ऐसा कैसे कर सकता है?

ज्योति सिंह ने की लोगों से अपील

बच्ची को तड़पता देखकर मुझे बहुत ज्यादा बुरा लगा. मुझे रोने का मन हो रहा था. मैं खड़ी उसे भूख से रोते हुए नहीं देख सकती थी इसलिए मैंने उसे ब्रेस्टफीडिंग कराने का फैसला किया. मैं यह भी संदेश देना चाहती हूं कि अगर किसी को अपने बच्चों की देखभाल करने में किसी भी तरह की समस्या है, तो उन्हें अनाथालय या एनजीओ जैसी सुरक्षित जगह पर ले जाना चाहिए, जहां उन बच्चों का पालन-पोषण हो सके.

Next Article

Exit mobile version