Kanpur News: गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली को पसंद आया HAL का विमान, जल्द कर सकते हैं सौदा
Kanpur News: गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली भारत के दौरे पर आए हुए हैं. इस दौरान वह कानपुर के चकेरी स्थित एचएएल पहुंचे. यहाँ पर उन्होंने फ़ैक्ट्री का निरीक्षण किया, साथ ही विमानों को भी देखा. राष्ट्रपति ने बहुउद्देशीय डीओ 228 और अन्य विमानों को देखा. यह विमान उनको काफी पसंद आए हैं.
Kanpur News: गुयाना के राष्ट्रपति डॉ मोहम्मद इरफान अली भारत के दौरे पर हैं. इस दौरान वह कानपुर के चकेरी स्थित एचएएल पहुंचे. यहाँ पर उन्होंने फ़ैक्ट्री का निरीक्षण किया, साथ ही विमानों को भी देखा. एचएएल में बने विमान जल्द ही गुयाना के आसमान में उड़ान भरते दिख सकते हैं.
गुयाना के राष्ट्रपति ने बहुउद्देशीय डीओ 228 और अन्य विमानों को देखा. यह विमान उनको काफी पसंद आए हैं. विमानों को लेकर दोनों देशों के बीच मे जल्द ही औपचारिक प्रक्रिया फाइनल होंगी. जिसके बाद विमानों के सौदे हो सकते हैं. इसके साथ ही यूपी के कृषि वैज्ञानिकों की सेवाएं भी गुयाना लेगा. अपने देश इन हॉर्टिकल्चर को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश से विशेषज्ञ और बीज दोनों ही लिए जाएंगे. गुयाना के राष्ट्रपति का यूपी सरकार के एमएसएमई मंत्री राकेश सचान ने स्वागत किया. राष्ट्रपति डॉ मोहम्मद इरफान का कहना है कि वह यहाँ पर आकर अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि उनके पूर्वज कानपुर और फैजाबाद में रहा करते थे.
गुयाना के राष्ट्रपति इरफान ने एचएएल की फैक्टरी का निरीक्षण किया. इसके साथ ही उन्होंने यहां पर डोर्नियर डीओ 228 एयरक्राफ्ट के पुर्जे को भी बनते देखा.19 सीटर एयरक्राफ्ट की. उन्होंने जानकारी ली इसके साथ ही इसे खरीदने में भी दिलचस्पी दिखाई है. उनके लिए एचएएल में विशेष प्रेजेंटेशन रखा गया. वह यहाँ पर खरीद फरोख्त को लेकर एमओयू में दस्तखत कर सकते हैं. अभी एक हेलीकॉप्टर और एक एयरक्राफ्ट की खरीद का सौदा होगा. एचएएल का एलसीएच हेलीकॉप्टर बहुत उपयोगी है. इसको खरीदने के लिए आगे और भी ऑर्डर हो सकते हैं.
भावुक हुए डॉ मोहम्मद इरफानगुयाना के राष्ट्रपति डॉ मोहम्मद इरफान अली कानपुर आकर भावुक हो गए. उन्होंने एचएएल में कार्यक्रम के दौरान कहा कि वह अपने पूर्वजों के शहर में आकर अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे है. उनका यूपी और कानपुर से बेहद लगाव है. यहाँ से कारोबारी रिश्ता जोड़ने की भी यही वजह है. उन्होंने प्रदेश सरकार के मंत्री राकेश सचान से कहा कि उनके मुल्क में खनिज हीरे और सोने की तो खदान बहुत है लेकिन वह कृषि में भी आत्मनिर्भर होना चाहते है. कृषि के लिए संसाधन तो है लेकिन कृषि को मजबूती के साथ खड़ा करने की इच्छा है. उन्होंने यहां के फल फूलके बीज को लेकर भी चर्चा की.
रिपोर्ट- आयुष तिवारी