Gyanvapi Case: वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद केस की सुनवाई का सिलसिला लगातार जारी है. इस बीच मिली जानकारी के अनुसार, मामले में अब यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को भी शामिल किया जाएगा. विश्व वैदिक सनातन संघ अब ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के मामले की पैरवी मुख्यमंत्री को सौंपेगा. इसके अलावा सभी मुकदमों की पावर ऑफ अटार्नी भी दी जाएगी.
ज्ञानवापी मस्जिद केस के संबंध में विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेन्द्र सिंह विसेन का कहना है कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ज्ञापवापी मुस्जिद परिसर के सभी केस की पैरवी में शामिल करने की योजना पहले ही बना ली थी. अब उसको मूर्तरूप दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि, हम मुख्यमंत्री योगी को इस मामले की पैरवी की पावर आफ अटार्नी देने के लिए 15 नवंबर तक सभी लीगल फॉर्मेलिटी पूरी कर लेंगे.
वहीं दूसरी ओर ज्ञानवापी परिसर में मिले शिवलिंग को भगवान अविमुक्तेशवर बताते हुए पूजा पाठ और धार्मिक अनुष्ठान के आयोजन की अनुमति की मांग को लेकर हिंदू सेना के राष्ट्रीय अघ्यक्ष विष्णु गुप्ता और अजीत सिंग की ओर से दाखिल प्रार्थना पत्र पर 28 अक्टूबर को सुनवाई हुई. सिविल जज फास्ट ट्रैक कोर्ट महेंद्र कुमार पांडेय की अदालत में सुनवाई के दौरान प्रतिवादी पक्ष के वकील मौजूद रहे.
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मामले में प्रतिवादी अंजुमन इंतेजामिया मसजिद, काशी विश्वनाथ ट्रस्ट, वाराणसी के डीएम और पुलिस कमिश्नर को पूर्व में ही प्रापर्थना पत्र उपलब्ध करा दिए गये. इस मामले में सुनवाई के लिए अगली तिथि 29 नवंबर की निर्धारित की गई है. ऐसे में अब ज्ञानवापी में मुस्लिमों के प्रवेश पर रोक की मांग पर 29 नवंबर को ही सुनवाई होगी.