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Bareilly News: 79 हजार इंडियन ने पूरी की हज यात्रा, UP के 8836 को हज के बाद मिला यह खिताब….

Bareilly News: भारत के 79,237 यात्रियों की हज यात्रा पूरी होने के बाद उन्हें हाजी और हज्ज़न का खिताब मिल गया है. हज कमेटी ऑफ इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश से सर्वाधिक 8836 यात्री तो वहीं सबसे कम दमन एवं दीव से 17 हज यात्रियों ने हज यात्रा पूरी की है.

Bareilly News: भारत के 79,237 यात्रियों की हज यात्रा पूरी होने के बाद उन्हें हाजी और हज्ज़न का खिताब मिल गया है. हज करने के बाद पुरषों के नाम से पहले हाजी और महिलाओं के नाम से पहले हज्जन लगाया जाता है. हालांकि, इस्लाम में हाजी और हज्ज़न कहलाने का हुक्म नहीं है, लेकिन गुनाह भी नहीं. इस कारण इंडिया में हज से लौटने के बाद हाजी और हज्ज़न का खिताब देते हैं. नाम से पहले हाजी और हज्ज़न जुड़ते ही समाज में सम्मान भी बढ़ जाता है.

हज यात्रा के लिए इंडिया से 79,237 हज यात्री गए थे. इनमें से 56,601 सीट हज कमेटी ऑफ इंडिया (HCOI) को मिलीं थीं, जबकि बाकी 22,636 सीट प्राइवेट टूर ऑपरेटर्स के लिए थीं. हालांकि, इंडिया में मुस्लिम आबादी के लिहाज यह सीट काफी कम थीं. मगर, साऊदी अरब ने कोरोना के चलते दो वर्ष बाद विदेशियों को हज की अनुमति दी थी. इसलिए भारत ही नहीं, सभी देशों का हज कोटा कम कर दिया गया था. कोरोना से पहले भारत से करीब हर वर्ष 03 से 04 लाख हज यात्री जाते थे. इस वर्ष यूपी से हज कमेटी और प्राइवेट टूर से करीब 8836 हज यात्री गए थे, जबकि आवेदन 11,000 हजार से अधिक थे.

लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट से पहली फ्लाइट 06 जून को हज यात्रियों को लेकर उड़ी थी. हज कमेटी ने 150- 150 हज यात्रियों की मदद के लिए एक- एक सहायक भी भेजा था. यूपी के हज यात्री लखनऊ, दिल्ली और वाराणसी एयरपोर्ट से जून में रवाना हुए थे. मिना के जमरा में शैतान को 07-07 कंकरी मारने के बाद कुर्बानी कराई. इसके बाद सिर मुड़वाकर या करवाने के तवाफ कर एहराम उतार दिया है. इनकी इंडिया को वापसी शुरू हो जाएगी. हज यात्रियों को वापसी के लिए पासपोर्ट मिलने शुरू हो गए हैं.

65 की उम्र वालों को नहीं मिला मौका

साऊदी अरब ने हज पर जाने की ख्वाहिश रखने वाले बुजुर्गों को कोरोना के चलते रोक दिया था. 65 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग और 17 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को हज पर जाने से कोरोना के कारण रोक दिया गया था. इस कारण यूपी में करीब 03 हजार से अधिक फार्म रिजेक्ट हो गए थे.

इस बार हज यात्रियों का बढ़ गया खर्च

इस बार हज यात्रियों को अधिक खर्च करना पड़ा है. हज कमेटी ने इस वर्ष 3.35 लाख के बजाय करीब 4.07 लाख रूपये प्रति व्यक्ति अनुमानित खर्च बताकर जमा कराया था. हज का खर्च बढ़ाए जाने के पीछे सऊदी में वैट पांच फीसदी से बढ़कर 15 फीसदी किए जाना बताया जा रहा है. पहली बार वीजा फीस 300 रियाल वसूलने, बीमा के लिए 100 रुपए की वृद्धि और अन्य सेवाओं में 1050 से वृद्धि 2500 तक की गई है.

हज कमेटी ऑफ इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश से सर्वाधिक 8836 यात्री तो वहीं सबसे कम दमन एवं दीव से 17 हज यात्रियों ने हज यात्रा पूरी की है. इसके बाद दूसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल से 5911, अंडमान एवं निकोबार से 114 हज यात्री, आंध्र प्रदेश से 1201, असम से 3544, बिहार से 2210, चंडीगढ़ से 25, छत्तीसगढ़ से 431, दादर एवं नागर हवेली से 17, दिल्ली से 835, गोवा से 67, गुजरात से 2533, हिमाचल प्रदेश से 38, हरियाणा से 617, जम्मू-कश्मीर से 5281, झारखण्ड से 1559, कर्नाटक से 2764, केरल से 5274, लक्षद्वीप से 159, मध्य प्रदेश से 1780, महाराष्ट्र से 4874, मणिपुर से 335, ओडिशा से 466, पुडुचेरी से 52, पंजाब से 218, राजस्थान से 2072, तमिलनाडु से 1498, त्रिपुरा से 108, उत्तराखंड से 485, तेलंगाना से 1822 और लदाख से 216 भारतीय हज यात्रियों ने हज 2022 किया है.

रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद

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