Lucknow: सरस्वती मेडिकल कॉलेज हापुड़ में एमबीबीएस (MBBS) की छात्रा के साथ रैगिंग (Ragging) का मामला सामने आया है. सीनियर छात्रों ने झारखंड रांची निवासी छात्रा को कार में खींचने की कोशिश की. बाल पकड़कर घसीटा और कपड़े भी फाड़ दिये. मामले की शिकायत पुलिस से की गई है. रैगिंग करने वाले छात्र फरार हैं.
सख्त कानूनों के बावजूद कॉलेजों में रैगिंग (Ragging) रुक नहीं रही है. नया मामला हापुड़ के सरस्वती मेडिकल कॉलेज का है. वहां रांची निवासी एक एमबीबीएस (MBBS) छात्रा से सीनियर छात्रों ने रैगिंग की. जब उसने विरोध किया तो सीनियर छात्रों ने सरेआम छात्रा की पिटाई कर दी.
बताया जा रहा है कि रांची निवासी छात्रा को विरोध करने पर हाथापाई भी कई और कार में खींचकर ले जाने की कोशिश भी की गई. छात्रा ने पुलिस को बताया कि सीनियर 5 महीने से रैगिंग कर रहे थे. मेडिकल कॉलेज प्रशासन को सूचना देने के बावजूद उसकी प्रताड़ना पर रोक नहीं लगी.
कोई कार्रवाई न होने से सीनियर छात्रों का हौसला और बढ़ गया. 26 अप्रैल की रात को छात्र शराब के नशे में छात्रा की पीजी (Paying Guest) पहुंच गये. इसके बाद वहां छात्रा से बदसलूकी की गई. जब छात्रा की सुनवाई मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने नहीं की, तब वह पुलिस के पास पहुंची.
सूत्रों के अनुसार पुलिस ने भी छात्रा की शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया. रैगिंग के साथ ही मारपीट की घटना को हल्की धाराओं में दर्ज किया. पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद सभी पांच सीनियर छात्र फरार हैं. बताया जा रहा है कि सभी सीनियर छात्र हापुड़ के प्रतिष्ठित परिवारों से हैं.
झारखंड रांची निवासी छात्रा ने सरस्वती मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया है. वर्तमान में वह मेडिकल कॉलेज में इंटर्नशिप कर रही है. लेकिन रहती बाहर पीजी में हैं. छात्रा ने पुलिस को बताया कि पिछले पांच माह से सीनियर डॉ. अनु सिहाग, डॉ. अंकिता चौधरी, डॉ. मोहित अग्रवाल, डॉ. नवनीत त्यागी, सार्थक सिंघल उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं.
26 अप्रैल को पांचों शराब के नशे में उसके पीजी पहुंचे थे और शराब पीने का दबाव बनाने लगे. इनकार करने पर उसका सिर दीवार पर लड़ा दिया और हाथ को मोड़ते हुए कपड़े भी फाड़ दिये. इसके बाद उसकी पिटाई भी कर दी. छात्रा ने बताया कि शराब न पीने और पार्टी न देने के कारण उसे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था. इसकी जानकारी छात्रा ने अपने परिवारीजनों को भी दी थी.