Bareilly News: स्कूल में प्रार्थना के समय 23 साल के टीचर की हार्ट अटैक से मौत, हैरत में हर कोई

बरेली की नगर पंचायत शाही के एक स्कूल में प्रार्थना के दौरान एक शिक्षक की तबियत बिगड़ गई. उसको इलाज के लिए डॉक्टर के पास ले गए. डॉक्टर ने हार्ट अटैक बताकर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. मेडिकल कॉलेज में 23 वर्षीय शिक्षक की मौत हो गई.

By Sohit Kumar | December 5, 2022 12:54 PM
an image

Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली की नगर पंचायत शाही के एक स्कूल में प्रार्थना के दौरान एक शिक्षक की तबियत बिगड़ गई. उसको इलाज के लिए डॉक्टर के पास ले गए. डॉक्टर ने हार्ट अटैक बताकर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. मेडिकल कॉलेज में 23 वर्षीय शिक्षक की मौत हो गई. इस घटना से हर कोई हैरत में है.

23 साल के टीचर की हार्ट अटैक से मौत

शिक्षक का रिश्ता तय हो गया था. मगर, शादी से पहले मौत हो गई. इससे परिवार में कोहराम मच गया. बरेली में कुछ समय पहले ही डीजे पर डांस करने के दौरान 45 वर्षीय आईवीआरआई कर्मी की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. देहात के शाही थाना क्षेत्र में जेके स्कूल एकेडमी में गोविंद देवल शिक्षक हैं. उनकी आयु सिर्फ 23 वर्ष है. वह स्कूल में सुबह छात्रों की प्रार्थना करा रहे थे.उस दौरान अन्य शिक्षक भी मौजूद थे.

कुछ दिन बाद ही होनी थी शादी

इसी दौरान गोविंद देवल की तबीयत बिगड़ने लगी. स्कूल में मौजूद शिक्षक और छात्र घबरा गए. वह तुरंत गोविंद देवल को निजी अस्पताल में इलाज कराने के लिए ले गए. यहां के डॉक्टरों ने हार्ट अटैक की बात बताई. इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. इससे गोविंद देवल के घर में कोहराम मच गया. गोविंद देवल की दो बहनों और तीन भाइयों में सबसे छोटे थे. उनकी शादी का रिश्ता तय हो गया था .उनकी मौत के बाद शाही से लेकर शहर तक में चर्चा बनी हुई है. स्कूल प्रबंधक, शिक्षक और छात्र उनके घर शोक संवेदना को पहुंचे.

मेरठ में छींक आने पर चली गई जान, वीडियो वायरल

कोरोना के बाद हार्ट अटैक से होने वाली मौतों में इजाफा हुआ है.हार्ड अटैक युवाओं की भी जान ले रहा है.मेरठ में चार दोस्त गुजर रहे थे. इसी दौरान अचानक एक युवक को छींक आई.वह लड़खड़ा कर गिर गया.उसकी हार्ड अटैक से मौत हो गई. यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है.इसके साथ ही एक दुल्हन दुल्हे को वरमाला डाल रही थी.उसकी भी हार्ड अटैक से मौत हो गई.

रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली

Exit mobile version