आगरा के हिम्मत की दरियादिली को सलाम, ट्रेन में बैठे 500 प्यासे यात्रियों को अपने रुपये से पिलाया पानी
हिम्मत के यात्रियों को पानी पिलाने के बाद तमाम लोगों ने उसकी जमकर तारीफ की. ट्रेन में बैठे हुए यात्रियों ने हिम्मत की दरियादिली की दाद दी. वहीं कुछ लोगों ने ट्रेन में ही पैसे इकट्ठे कर हिम्मत को देने की कोशिश की. लेकिन हिम्मत ने यात्रियों से पैसे लेने से बिल्कुल भी मना कर दिया.
Agra News: ताजनगरी में रेलवे लाइन पर ओएचई ब्रेकडाउन हो जाने से सुनसान रास्ते में अमृतसर इंदौर एक्सप्रेस कई घंटों तक खड़ी रही. ट्रेन में बैठे हुए यात्री गर्मी में परेशान हो रहे थे और पानी के लिए तरस रहे थे. रेलवे लाइन के किनारे रहने वाले एक व्यक्ति ने पानी के लिए तरस रहे यात्रियों की हालत देखकर उनकी मदद की. उसने अपने घर से पानी लाकर तमाम यात्रियों को पिलाया. जब पानी खत्म हो गया तो बाजार से अपने पैसों से पानी खरीदा और यात्रियों की प्यास बुझाई. इसके बाद से ही पूरे शहर में उस व्यक्ति की तारीफ हो रही है. और उसकी दरियादिली को हर कोई सलाम कर रहा है.
पीने के पानी के लिए इधर-उधर भागने लगे
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मुन्ना सिंह अपने परिवार के साथ सिकंदरा रेलवे लाइन के बराबर में रहते हैं. उनका बेटा हिम्मत ठेल लगा कर अपना घर चलाता है. गुरुवार दोपहर को आगरा रेल मंडल के बिलोचपुरा रुनकता खंड के बीच ओएचई लाइन ब्रेक डाउन हो गई. जिसकी वजह से अमृतसर इंदौर एक्सप्रेस को घंटों सुनसान रास्ते पर खड़ा होना पड़ा. करीब 15 से 20 मिनट तक यात्रियों को ट्रेन रुकने के कारण के बारे में जानकारी नहीं मिली. लेकिन ज्यादा समय बीतने के बाद ट्रेन में बैठे हुए यात्री गर्मी की वजह से परेशान होने लगे और पीने के पानी के लिए इधर-उधर भागने लगे.
सीधे बाजार की तरफ भागा
ट्रेन में बैठे हुए यात्रियों को पानी के लिए इधर-उधर भागते देख रेलवे लाइन किनारे रहने वाले हिम्मत का दिल पसीज गया. और वह अपने घर से एक बाल्टी पानी भर कर ट्रेन पर ले आया और यात्रियों को पानी देने लगा. लेकिन कुछ समय बाद ही हिम्मत के घर पर जमा पानी यात्रियों को पिलाने में खत्म हो गया. ऐसे में तमाम और यात्री थे जो प्यासे रह गए थे. हिम्मत से यह देखा ना गया और वह सीधे बाजार की तरफ भागा जहां से वह अपने पैसे से ठंडा पानी खरीद कर लाया. और ट्रेन में बैठे हुए यात्रियों को पिलाने में जुट गया. बताया जा रहा है कि हिम्मत ने ट्रेन में बैठे हुए करीब 500 से ज्यादा यात्रियों को ठंडा पानी पिलाया.
‘पुण्य कमाने का मौका मिल गया’
हिम्मत के यात्रियों को पानी पिलाने के बाद तमाम लोगों ने उसकी जमकर तारीफ की. ट्रेन में बैठे हुए यात्रियों ने हिम्मत की दरियादिली की दाद दी. वहीं कुछ लोगों ने ट्रेन में ही पैसे इकट्ठे कर हिम्मत को देने की कोशिश की. लेकिन हिम्मत ने यात्रियों से पैसे लेने से बिल्कुल भी मना कर दिया. उसने लोगों से कहा, ‘आज गंगा दशहरा है इस दिन तमाम लोग दान और पुण्य करते हैं. ऐसे में मैंने आप सभी को पानी पिलाया है तो मैं समझूंगा कि मुझे भी दशहरा के दिन पुण्य कमाने का मौका मिल गया.’
रिपोर्ट : राघवेंद्र गहलोत