आगरा में G-20 के लिए दीवारों पर बन रही धार्मिक आकृतियों का विरोध, सिख और हिंदू संगठनों ने जताई नाराजगी
आगरा में जी-20 देशों के प्रतिनिधिमंडल के लिए प्रस्तावित मार्ग पर मौजूद सभी दीवारों को सुंदर आकृतियों से सजाया जा रहा है. जिन पर ऐतिहासिक स्मारक और धार्मिक स्थलों की आकृति बनाई जा रही है. जिले में इन दीवारों पर धार्मिक स्थलों की आकृति बनाने का सिख समाज और हिंदू संगठनों ने विरोध करना शुरू कर दिया है.
Agra News: ताजनगरी में फरवरी महीने में आने वाले जी-20 देशों के प्रतिनिधिमंडल के लिए प्रस्तावित मार्ग पर मौजूद सभी दीवारों को सुंदर आकृतियों से सजाया जा रहा है. जिन पर ऐतिहासिक स्मारक और धार्मिक स्थलों की आकृति बनाई जा रही है. जिले में इन दीवारों पर धार्मिक स्थलों की आकृति बनाने का विरोध सिख समाज और हिंदू संगठनों ने करना शुरू कर दिया है.
अनादर न हो इसके लिए रोका गया आकृतियों का कार्य
ईदगाह बस स्टैंड के पास दीवार पर बन रही गुरुद्वारे की आकृति को सिख समाज के लोगों ने रुकवा दिया, तो वहीं दूसरी जगह दीवार पर बनी बटेश्वर धाम की आकृति को हिंदू संगठनों ने काले रंग से पोत दिया. उनका कहना है कि दीवारों पर राह में चलने वाले राहगीर कभी थूक देते हैं तो कभी पेशाब कर देते हैं. ऐसे में हमारे धार्मिक स्थलों और उनकी आकृतियों का अनादर हो रहा है, जिसकी वजह से हम दीवारों पर इस तरह की आकृति नहीं बनने देंगे.
धर्म से जुड़ी आकृति बनाने का किया विरोध
आगरा के गुरु का ताल पर स्थित गुरुद्वारे के मास्टर गुरनाम सिंह और बनती ग्रोवर ने जी-20 प्रतिनिधिमंडल के गुजरने वाले प्रस्तावित मार्ग ईदगाह बस स्टैंड पर मौजूद दीवार पर बनाए जा रहे गुरुद्वारे की आकृति का विरोध किया है. उनका कहना है कि शहर में किसी भी सार्वजनिक स्थल पर धार्मिक महापुरुष व धर्म से जुड़ी हुई कोई भी आकृति नहीं बनाई जानी चाहिए. क्योंकि राह से निकलते हुए तमाम लोग इन दीवारों पर थूकते भी हैं और यहां तक कि पेशाब तक कर देते हैं.
दूसरी आकृतियां बनवाने का देंगे सुझाव
ऐसे में अगर हमारे महापुरुष, धार्मिक स्थल और धर्म के प्रतीक चिन्ह को इन दीवारों पर उकेरा जाएगा तो जो लोग यहां थूकेंगे और पेशाब करेंगे वह पाप के भागी बनेंगे. साथ ही हमारे पूजनीय धार्मिक स्थल, महापुरुष और प्रतीक चिन्ह का काफी अपमान होगा. मास्टर गुरनाम सिंह का कहना है कि उन्हें पता चला है कि दीवारों पर आकृति बनाने का काम नगर निगम या एएसआई द्वारा करवाया जा रहा है. ऐसे में वह विभाग के अधिकारियों से बात कर इन आकृतियों की जगह दूसरी आकृतियां बनवाने का सुझाव देंगे.
साथ ही अगर उनके द्वारा धार्मिक आकृतियों को नहीं हटाया गया तो हम अपने हाथों से रंग लेकर इनको पोत देंगे और इस पर दूसरी आकृति बना देंगे. वहीं शहर में कुछ दीवारों पर बाबा बटेश्वर धाम मंदिर की आकृति भी बनाई गई थी. हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने विरोध करते हुए इन सभी आकृतियों पर काला रंग पोत दिया है. उनका कहना है कि हमारे धार्मिक स्थलों का अपमान करने की मंशा से इन आकृतियों को दीवार पर उकेरा गया है. ऐसे में अब हम किसी भी दीवार पर अपने किसी भी धार्मिक स्थल की या चिंन्ह की आकृति नहीं बनने देंगे.