How to Improve Mental Health: साल 2022 में हमने कई तरह के स्ट्रेस का सामना किया, फिर चाहे कोरोना के खौफ की बात हो या आपके जीवन से जुड़ा कोई मुद्दा. इन सभी चीजों के बीच पिछला साल पूरी तरह से तनावपूर्ण साबित हुआ, लेकिन अब हम नए साल में प्रवेश कर चुके हैं. इस वर्ष हमारे लिए सबसे बड़ा लक्ष्य मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करना है. हमारे हर मूवमेंट (Movement ) का असर कहीं न कहीं मानसिक स्वास्थ्य पर जरूर होता है.
आज के भागदौड़ भरे जीवन में मानसिक तनाव (mental stress) चिंता का एक गंभीर विषय है. चिंता कई कारणों से हो सकती है जैसे कि, काम का अधिक दबाव, कोई बीमारी, अपर्याप्त भोजन, सोने की गलत आदतें, भावनात्मक दबाव, शोर होने पर चिड़चिड़ापन का होना, निर्धारित समय पर किसी काम का पूरा न होना, इन कारणों के अलावा भी चिंता की और भी वजह हो सकती हैं. योग, चिंता से मुक्ति पाने के सबसे आसान और कारगर तरीकों में एक है.
ध्यान, एक ऐसा तरीका है जो आपको किसी भी विपरीत परिस्थिति से निकालकर शांत स्थिति में पहुंचा सकता है. साथ ही तनाव कम करने और आपके मूड को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है. ध्यान करने के सबके अपने-अपने अलग तरीके होते हैं. ध्यान के लिए कोई गहरी सांस लेना पसंद करता है तो कोई किताब पढ़ना. कुछ लोग टब में लेट कर खुद को रिलेक्स करने के लिए ‘बबल बाथ’ करना पसंद करते हैं. ये सभी खुद को शांत स्थिति में पहुंचाने के कारगर उपाय हैं. कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कैसे आराम करना चुनते हैं, बस इसे एक आदत बना लें.
जीवन में तनाव से मुक्ति के लिए अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी है. कई बार हम अधिक काम और पारिवारिक जिम्मेदारियों के कारण तनाव से घिरे रहते हैं, और अच्छी नींद नहीं ले पाते. कम नींद लेने के कारण ही दिमाग प्रभावित होता है, जिसका असर याददाश्त (memory) पर भी पड़ता है, व्यक्ति की सोचने-समझने की क्षमता भी कम होती है. इसके अलावा शारीरिक रूप से भी कमजोर होते हैं. ऐसे में जरूरी है कि आप स्वस्थ मस्तिष्क के लिए रोजाना कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें.
कई बार हम सोने के लिए बिस्तर पर चले तो जातें, लेकिन मोबाइल में इतना समय बिता देते हैं कि सोने के लिए मुश्किल से तीन से चार घंटे बचते हैं, उसमें भी दो से तीन घटें हम गहरी नींद ले पाते हैं, जोकि मानसिक तनाव का एक बड़ा कारण बनता है. आदत डालें कि हर दिन एक ही समय पर सोएं और उठें. ऐसा करने से आपके सोने की एक टाइमिंग सेट हो जाएगी. यदि आप बिस्तर पर जाने के 20 मिनट के भीतर सो नहीं पाते हैं, तो अपने बेडरूम से बाहर निकलें और कुछ आराम करें. किताब पढ़ें या सुखदायक संगीत सुनें. जब आप थक जाएं तो बिस्तर पर वापस जाएं.
अपना समय दूसरों के साथ साझा करना कभी-कभी हमें अपने मूड को बेहतर बनाने या चीजों के प्रति अपना दृष्टिकोण बदलने में काफी मदद करता है. दोस्तों और परिवार के लिए समय निकालकर, आप न सिर्फ अकेलेपन की भावनाओं से छुटकारा पा सकते हैं, बल्कि एक पॉजिटिविटी का आप में संचार होगा, जोकि तनाव से मुक्ति के लिए काफी लाभकारी साबित होगा, और आपको लगता है कि किसी से नियमित या व्यक्तिगत रूप से मिलना संभव नहीं है तो टेक्स्ट मैसेज और वीडियो कॉल के जरिए अपनी पसंद के लोगों से जुड़ सकते हैं.
दरअसल, आप पहले यह समझ लीजिए की मानसिक स्वास्थ्य सीधे तौर पर शारीरिक स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है. एक के बिना दूसरे का विकास नहीं हो सकता. ऐसे में आप साल 2023 को पॉजिटिविटी से भरने और तनाव से खुद को दूर रखने के लिए खानपान के साथ अपने स्वास्थ्य पर भरपूर ध्यान दें. जरा सी परेशानी होने पर डॉक्टर से मिलें. इसके अलावा व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें. ऐसा करने से चिंता कम होती है और आपका आत्मविश्वास बढ़ता है. नियमित सैर या बाइक की सवारी भी आपके मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत करता है.
कभी-कभी गुमसुम बैठे रहना आपको तनाव में पहुंचाने और अकेलापन फील कराने के लिए काफी होता है. क्या आप जानते हैं कि कभी-कभी हंसी सबसे अच्छी दवा बन जाती है. जब आप तनावग्रस्त या उदास महसूस कर रहे हों, तो चिंता और तनाव को कम करने के लिए ऐसी चीज़ें करें जो आपको हंसाएं. अपने मूड को बूस्ट करने के लिए अपना पसंदीदा टीवी शो या मूवी देखें.
इसके अलावा जब आप शॉवर में हों तब गाना गाएं या अपने मनपसंद गाने पर थोड़ा डांस कर लें. पता है डांस करने से शरीर में स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल कम होता है. अपने मानसिक स्वास्थ्य में लगातार सुधार करना एक यात्रा है, यह रातों-रात नहीं होता है. आप अपनी दिनचर्या में अच्छी आदतों को शामिल करके ही तनाव से मुक्ति पा सकते हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में दिए गए सुझाव और टिप्स सिर्फ सामान्य जानकारी के उद्देश्य के लिए हैं.किसी भी तरह की परेशानी होने पर तत्काल अपने डॉक्टर से मिलें.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.