Agra mass suicide: मैं घर नहीं जाऊंगा, ऊपर मम्मी-पापा और दीदी रस्सी से लटके हुए हैं, मासूम की बात सुन…

आगरा में पति-पत्नी और बेटी ने फंसी लगाकर सुसाइड कर लिया. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई है. फिलहाल, घटना के पीछे का कारण अभी तक पता नहीं चल सका है. घटना सिकंदरा थाने के सेक्टर 10 की है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 6, 2022 9:59 AM

Agra News: आगरा से सामूहिक आत्महत्या की एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां पति-पत्नी और बेटी ने फंसी लगाकर सुसाइड कर लिया. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई है. फिलहाल, घटना के पीछे का कारण अभी तक पता नहीं चल सका है. घटना सिकंदरा थाने के सेक्टर 10 की है. पुलिस ने मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं. साथ आगे की जांच शुरू कर दी है.

दरअसल, थाना सिकंदरा क्षेत्र की आवास विकास सेक्टर 10 ईडब्ल्यूएस कॉलोनी में मकान नंबर 1046 में सोनू अपनी पत्नी गीता और बेटी और बेटे के साथ रहता था. प्राप्त जानकारी के अनुसार, मंगलवार रात को पूरा परिवार एक ही कमरे में साथ सोया था. सुबह करीब 7 बजे मृतक सोनू का बेटा श्याम खेलने के लिए बाहर आया. सोनू के पड़ोस में रहने वाले एक युवक ने जब श्याम से कुछ सामान मंगाया तो उसने घर में जाने से मना कर दिया.

मृतक सोनू के बेटे श्याम ने पड़ोसी से आगे कहा कि, मैं ऊपर नहीं जाऊंगा मेरे पापा-मम्मी और बहन रस्सी से लटके हुए हैं. यह सुनकर पड़ोसी भी चकित रह गया और उसने घटना की जानकारी आसपास के लोगों को दी. जिसके बाद पड़ोसी सोनू के घर में घुसे और वह घर का नजारा देखकर सहम गए.

घटना के कुछ देर बाद सोनू के जीजा विजय कश्यप और अन्य लोग घर में पहुंचे. उन्होंने देखा तो तीनों के शव फंदे से लटके हुए थे. इसके बाद उन्होंने पुलिस को इस घटना की जानकारी दी. क्षेत्रीय पुलिस मौके पर पहुंच गई पुलिस ने पति पत्नी और बेटी के शव को फंदे से नीचे उतारा. और जांच पड़ताल में जुट गई. बताया जा रहा है कि अभी कोई भी सुसाइड नोट घर में नहीं मिला है.

घटना की जानकारी पर क्षेत्रीय पुलिस ने आला अधिकारियों को भी सूचना दे दी है. बताया जा रहा है कि आला अधिकारी मौके पर पहुंच रहे हैं. सामूहिक हत्या का मामला सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन और क्षेत्रीय लोगों में हड़कंप मच गया है. कि लोग सामूहिक हत्या को लेकर कई तरह के कयास लगा रहे हैं लेकिन अभी कोई भी स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है.

रिपोर्ट- राघवेंद्र गहलोत

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